बाड़मेर। बालिका शिक्षा के बगैर समाज का सर्वांगीण विकास संभव नहीं-खराड़ी
बाड़मेर।प्रदेश के इतिहास में भील समाज का योगदान कम नहीं है। स्वयं पर गर्व करें। संगठित व शिक्षित होकर आगे बढ़े। बालिका शिक्षा के बगैर समाज का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। राज्य जनजाति आयोग अध्यक्ष प्रकृति खराड़ी ने नगर के भगवान महावीर टाउन हॉल रविवार को आयोजित भील समाज अधिकारी, कर्मचारी एवं समाज सेवक सम्मेलन में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए यह बात कही।उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो भी युद्ध हुआ है,उसमें भीलों का योगदान नहीं हों,ऐसा एक भी युद्ध नहीं है।महान एकलव्य का वशंज होने पर स्वयं पर गर्व करें। नशा नाश की जड़ है। इससे समाज व शरीर का नाश होता है। इससे पूर्व जिला परिषद सदस्य खेताराम कालमा, मांगीदेवी, पंचायत समिति सदस्य रेणका, मण्डापुरा सरपंच प्रेमप्रकाश भील,जिला भील समाज उपाध्यक्ष टीकमाराम,जीएनएम किरण ने अतिथियों का स्वागत किया।
बाड़मेर।प्रदेश के इतिहास में भील समाज का योगदान कम नहीं है। स्वयं पर गर्व करें। संगठित व शिक्षित होकर आगे बढ़े। बालिका शिक्षा के बगैर समाज का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। राज्य जनजाति आयोग अध्यक्ष प्रकृति खराड़ी ने नगर के भगवान महावीर टाउन हॉल रविवार को आयोजित भील समाज अधिकारी, कर्मचारी एवं समाज सेवक सम्मेलन में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए यह बात कही।उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो भी युद्ध हुआ है,उसमें भीलों का योगदान नहीं हों,ऐसा एक भी युद्ध नहीं है।महान एकलव्य का वशंज होने पर स्वयं पर गर्व करें। नशा नाश की जड़ है। इससे समाज व शरीर का नाश होता है। इससे पूर्व जिला परिषद सदस्य खेताराम कालमा, मांगीदेवी, पंचायत समिति सदस्य रेणका, मण्डापुरा सरपंच प्रेमप्रकाश भील,जिला भील समाज उपाध्यक्ष टीकमाराम,जीएनएम किरण ने अतिथियों का स्वागत किया।
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