चौहटन। अशिक्षा एवं गरीबी से बाल श्रम-मीणा
चौहटन। समाज में अषिक्षा व गरीबी से बाल श्रमिक की समस्या उत्पन्न हो रही है तथा षिक्षा से ही बाल श्रम से छुटकारा मिलेगा। ये विचार चैहटन के उपखण्ड मुख्यालय के ग्राम पंचायत अटल सेवा केन्द्र में आयोजित मजदूर सगोष्ठी में कही।
इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए न्यायाधीष मीणा ने कहा गरीब मां बाप स्कूल में जाने वाले बच्चो को होटलो, ढाबों, तथा दुकानो में मजदूरी करने भेजते है जिससे सरकार के प्रयास के बावजूदर भी बाल श्रमिक की समस्या हमारे सामने एक चुनौती के रूप में खड़ी है बाल श्रम एक कानूनी अपराध है। हमारे संविधान में 6 से 14 वर्ष के बच्चो के लिए अनिवार्य षिक्षा कर दी है न्यायधीष मीणा ने कहा कि सरकार के साथ आम आदमी जुड़ेगा तभी हम सरकारी योजना का लाभ श्रमिक कार्य को दिला पायेंगे। गरीबो के बालको को बाल श्रम से बचने के लिए सरकार ने दोपहर का भोजन मीढ डे मील जैसी महत्वपूर्ण योजना चलाकर गरीबो के बच्चो के लिए भोजन की व्यवस्था की है। मजदूर कार्य का योगदान देष के विकास में अती महत्वपूर्ण है।
इस संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए चैहटन पंचायत समिति के प्रधान कुम्भाराम सेंवर ने कहा सरकार मजदूरो के कल्याण के लिए तत्पर है तथा विभिन्न कल्याणकारी योजना चलाकर मजदूरों को फायदा दिल रही है। प्रधान ने कहा कि कमठा मजदूर यूनियन चैहटन मजदूरों को संगठन में ही अपने हितो की पैरवी करनी चाहिए। चैहटन के उप सरपंच मोहनलाल सोनी ने कहा कि मजदूरा को नषा पता से दूर रहकर अपने लाडलो को विधालय अवष्य भेजे ताकि बाल श्रम की नोबल ना आदि।
संगोष्ठी का आगाज करते हुए कमठा मजदूर यूनियन के कोषाध्यक्ष डूंगर राठी ने कर्मकार मंडल श्रम विभाग द्वारा संचालित, अटल पेंषन योजना, प्रधान जीवन ज्योती बीमा, प्रसूती सहायता योजना, छात्रवृति योजना, शुभषक्ति योजना मृतक आश्रित सहायता योजना के बारे में विस्तार से जानकारी की तथा श्रमिक पंजीयन के बारे में बताते हुए अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन करवाने का आव्हान किया। इस अवसर पर यूनियन के उपाध्यक्ष हेमाराम फूलवारिया, किसान कोर्चा के मंडल अध्यक्ष देवीसिंह खागर, पूर्व भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष गजेसिंह ग्राम सेवक झामनसिंह सोढ़ा, दर्जनों श्रमिक तथा श्रमिक उपस्थित थे।
चौहटन। समाज में अषिक्षा व गरीबी से बाल श्रमिक की समस्या उत्पन्न हो रही है तथा षिक्षा से ही बाल श्रम से छुटकारा मिलेगा। ये विचार चैहटन के उपखण्ड मुख्यालय के ग्राम पंचायत अटल सेवा केन्द्र में आयोजित मजदूर सगोष्ठी में कही।
इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए न्यायाधीष मीणा ने कहा गरीब मां बाप स्कूल में जाने वाले बच्चो को होटलो, ढाबों, तथा दुकानो में मजदूरी करने भेजते है जिससे सरकार के प्रयास के बावजूदर भी बाल श्रमिक की समस्या हमारे सामने एक चुनौती के रूप में खड़ी है बाल श्रम एक कानूनी अपराध है। हमारे संविधान में 6 से 14 वर्ष के बच्चो के लिए अनिवार्य षिक्षा कर दी है न्यायधीष मीणा ने कहा कि सरकार के साथ आम आदमी जुड़ेगा तभी हम सरकारी योजना का लाभ श्रमिक कार्य को दिला पायेंगे। गरीबो के बालको को बाल श्रम से बचने के लिए सरकार ने दोपहर का भोजन मीढ डे मील जैसी महत्वपूर्ण योजना चलाकर गरीबो के बच्चो के लिए भोजन की व्यवस्था की है। मजदूर कार्य का योगदान देष के विकास में अती महत्वपूर्ण है।
इस संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए चैहटन पंचायत समिति के प्रधान कुम्भाराम सेंवर ने कहा सरकार मजदूरो के कल्याण के लिए तत्पर है तथा विभिन्न कल्याणकारी योजना चलाकर मजदूरों को फायदा दिल रही है। प्रधान ने कहा कि कमठा मजदूर यूनियन चैहटन मजदूरों को संगठन में ही अपने हितो की पैरवी करनी चाहिए। चैहटन के उप सरपंच मोहनलाल सोनी ने कहा कि मजदूरा को नषा पता से दूर रहकर अपने लाडलो को विधालय अवष्य भेजे ताकि बाल श्रम की नोबल ना आदि।
संगोष्ठी का आगाज करते हुए कमठा मजदूर यूनियन के कोषाध्यक्ष डूंगर राठी ने कर्मकार मंडल श्रम विभाग द्वारा संचालित, अटल पेंषन योजना, प्रधान जीवन ज्योती बीमा, प्रसूती सहायता योजना, छात्रवृति योजना, शुभषक्ति योजना मृतक आश्रित सहायता योजना के बारे में विस्तार से जानकारी की तथा श्रमिक पंजीयन के बारे में बताते हुए अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन करवाने का आव्हान किया। इस अवसर पर यूनियन के उपाध्यक्ष हेमाराम फूलवारिया, किसान कोर्चा के मंडल अध्यक्ष देवीसिंह खागर, पूर्व भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष गजेसिंह ग्राम सेवक झामनसिंह सोढ़ा, दर्जनों श्रमिक तथा श्रमिक उपस्थित थे।
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