मंगलवार, 7 जून 2016

ग्रामीण विकास सेवा के प्रोबेशनर्स अफसरों का दिल मांगे मोर

ग्रामीण विकास सेवा के प्रोबेशनर्स अफसरों का दिल मांगे मोर


— 2012 का लगभग पूरा बैच ही बनना चाहता है आईएएस-आईपीएस
— 54 में से 42 ट्रैनी अफसरों ने मांगी सरकार से यूपीएससी की परीक्षा देने की इजाजत
— सरकार ने सशर्त यूपीएससी की परीक्षा देने की मंजूरी दी
— लेकिन शर्त यह कि परीक्षा के दिन को छोड़ कोई छुट्टी नहीं मिलेगी





जयपुर | ग्रामीण विकास सेवा के प्रोबेशन पर चल रहे अफसरों को मौजूदा नौकरी रास नहीं आ रही है, ये सब आईएएस-आईपीएस बनने की चाहत रखते हैं। ग्रामीण विकास सेवा का 2012 का लगभग पूरा बैच ही आईएएस-आईपीएस बनने की उम्मीद में यूपीएससी की परीक्षा दे रहा है। 2012 बैच के 54 में से 42 अफसरों ने यूपीएससी परीक्षा देने के लिए पंचायतीराज विभाग से एनओसी मांगी है।


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विभाग ने ग्रामीण विकास सेवा के 42 प्रोबेशनर्स अफसरों को परीक्षा देने की सशर्त मंजूरी दी है। शर्त यह है कि इन अफसरों को परीक्षा के एक दिन छोड़ तैयारी के लिए कोई छुट्टी नहीं मिलेगी और यूपीएससी परीक्षा देने से विभाग का कामकाज प्रभावित नहीं होना चाहिए। आपको बता दें, पिछले कई साल से राजस्थान से यूपीएससी की परीक्षाओं मे राजस्थान की भागीदारी तेजी से बढ़ी है। इस साल आईएएस-आईपीएस और अलाइड सर्विसेज में चयन के मामले में राजस्थान देश भर में दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है। राज्य सेवाओं के अफसर भी बड़ी तादाद में यूपीएससी की परीक्षा दे रहे हैं।

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