आदमखोर पैंथर ने फिर दी दस्तक,इस बार 7 साल की बच्ची को बनाया शिकार
प्रतापगढ़। इन दिनों प्रदेश के कई हिस्सों से पैंथर द्वारा हमला किए जाने की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है ऐसे ही प्रतापगढ़ के धरियावाद से करीब 9 किलोमीटर दूर स्थित धोलिया गांव मे आदमखोर पैंथर ने 7 वर्षीय बच्ची को अपना शिकार बना लिया जिससे की बच्ची की मौत हो गई। वहीं पैंथर द्वारा बच्ची को उठाए ले जाने से पूरे गांव मे भय का माहौल है।
दरअसल पूरा मामला धरियावाद से सटे धोलिया गांव का है जहाँ घर के बाहर अपनी माँ के समीप खाट पर सो रही 7 वर्षीय बच्ची को आदमखोर पैंथर ने अपना निवाला बना लिया। पैंथर बच्ची को गर्दन से पकड़ते हुए घसीटता हुआ करीब 600 मीटर दूर ले भाग गया। वहीं बच्ची के मुंह से आह तक नही निकल पाई लेकिन कुछ ही दूर ले जाकर पैंथर ने बच्ची को वही पटक दिया।
जब देर रात मवेशियों द्वारा आहट पर बच्ची की माँ की नींद खुली तब बच्ची खाट पर मौजूद नही दिखी इस दौरान बच्ची के घसीटे जाने के निशान पर बच्ची की माँ ने शोर मचाया आसपास के घरों के लोग बच्ची को ढूंढते हुए भागे तो घर से करीब 600 मीटर दूर बच्ची मृत पड़ी मिली वही घर के आंगन मे पैंथर के पैरों के निशान मिले।
सुबह पूरे घटना की जानकारी ग्रामीणों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को दि गई। घटना की जानकारी मिलते हुए धरियावाद उपखंड अधिकारी नवल किशोर गुप्ता, क्षेत्रिय वन अधिकारी दारा सिंह राणावत, एवं डीएफओ हेमचन्द जाट सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया।
ग्रामीणों ने जल्द ही आदमखोर पैंथर को पकड़ने की गुहार लगाई वही डीएफओ हेमचन्द जाट ने गांववालों को घर से बाहर नही सोने की सलाह देते हुए वन विभाग के कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगवाए जाने की बात कहते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया है।
प्रतापगढ़। इन दिनों प्रदेश के कई हिस्सों से पैंथर द्वारा हमला किए जाने की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है ऐसे ही प्रतापगढ़ के धरियावाद से करीब 9 किलोमीटर दूर स्थित धोलिया गांव मे आदमखोर पैंथर ने 7 वर्षीय बच्ची को अपना शिकार बना लिया जिससे की बच्ची की मौत हो गई। वहीं पैंथर द्वारा बच्ची को उठाए ले जाने से पूरे गांव मे भय का माहौल है।
दरअसल पूरा मामला धरियावाद से सटे धोलिया गांव का है जहाँ घर के बाहर अपनी माँ के समीप खाट पर सो रही 7 वर्षीय बच्ची को आदमखोर पैंथर ने अपना निवाला बना लिया। पैंथर बच्ची को गर्दन से पकड़ते हुए घसीटता हुआ करीब 600 मीटर दूर ले भाग गया। वहीं बच्ची के मुंह से आह तक नही निकल पाई लेकिन कुछ ही दूर ले जाकर पैंथर ने बच्ची को वही पटक दिया।
जब देर रात मवेशियों द्वारा आहट पर बच्ची की माँ की नींद खुली तब बच्ची खाट पर मौजूद नही दिखी इस दौरान बच्ची के घसीटे जाने के निशान पर बच्ची की माँ ने शोर मचाया आसपास के घरों के लोग बच्ची को ढूंढते हुए भागे तो घर से करीब 600 मीटर दूर बच्ची मृत पड़ी मिली वही घर के आंगन मे पैंथर के पैरों के निशान मिले।
सुबह पूरे घटना की जानकारी ग्रामीणों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को दि गई। घटना की जानकारी मिलते हुए धरियावाद उपखंड अधिकारी नवल किशोर गुप्ता, क्षेत्रिय वन अधिकारी दारा सिंह राणावत, एवं डीएफओ हेमचन्द जाट सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया।
ग्रामीणों ने जल्द ही आदमखोर पैंथर को पकड़ने की गुहार लगाई वही डीएफओ हेमचन्द जाट ने गांववालों को घर से बाहर नही सोने की सलाह देते हुए वन विभाग के कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगवाए जाने की बात कहते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया है।
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