जयपुर।NRHM घूसकांड मामला: IAS नीरज के पवन और RAS अनिल अग्रवाल गिरफ्तार
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आईएएस अधिकारी नीरज के. पवन और आरएएस अनिल अग्रवाल को एसीबी ने सोमवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। शाम को आईजी वी. के. सिंह ने दोनों को गिरफ्तारी होने की आधिकारिक घोषणा की। दोनों आरोपियों को अब एसीबी मेडिकल कराने के बाद मंगलवार सुबह एसीबी मामलों की विशेष अदालत में पेश करेगी।
गौरतलब है कि इससे पहले नीरज के पवन और अनिल अग्रवाल को सरकार ने एपीओ कर दिया था। उसके ठीक बाद एसीबी ने नीरज के पवन को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा दिया था।
एसीबी पिछले कुछ दिनों से नीरज के पवन से लगातार गहन पूछताछ कर रही थी। बताया जा रहा है कि एनआरएचएम घूसकांड में फंसे आईएएस नीरज के पवन के खिलाफ विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) से भी एसीबी को कई अहम सबूत मिले थे। एसीबी ने बिचौलिए अजीत सोनी के घर से एक पैन ड्राइव जब्त की थी, जिसमें रिश्वत की राशि प्रतिशत में बंटवारा करने का लेखा जोखा था। पैन ड्राइव को एफएसएल में जांच के लिए भेजा गया था, जहां से उसकी रिपोर्ट एसीबी को मिल गई थी ।
एसीबी सूत्रों के मुताबिक़ रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रिश्वत की 17 प्रतिशत राशि में 7 प्रतिशत आईएएस नीरज के पवन और 5 प्रतिशत लेखाधिकारी दीपा गुप्ता लेती थी। जबकि शेष राशि अन्य संबंधित सभी लोगों में वितरित की जाती थी।
ये था पूरा मामला
एसीबी ने 18 मई को आईएएस नीजर के पवन सहित एनआरएचएम के तहत आईईसी में तैनात दो अफसर और एक कर्मचारी सहित दलाल के कुल 18 ठिकानों पर छापे मारे थे। एसीबी के एडीजीपी भूपेंद्र दक,आईजी वी.के.सिंह व दिनेश एम.एन ने बताया था कि आईईसी में फ्लैक्स व अन्य सामग्री प्रिंटिंग कर सप्लाई करने वाले एक कारोबारी ने 28 अक्टूबर,2014 को एसीबी को शिकायत दी थी। इसके अनुसार दलाल अजीत सोनी अपनी फर्म मैपल प्रोडक्शन के जरिए विभाग में काम करवाने के ठेके लेता है। सोनी की नीरज सहित विभाग में तैनात चीफ एकाउंटस ऑफिसर दीपा गुप्ता,अतिरिक्त निदेशक अनिल अग्रवाल और स्टोर कीपर जोजी वर्गिस से पूरी सांठ गांठ है।
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