बालोतरा ,मौसी के बेटे भाई ने बनाया बंधक ,किया दुष्कर्म
जोधपुर। बालोतरा से अपने पीहर के लिए निकली एक विवाहिता के साथ उसकी ही मौसी के बेटे यानी भाई ने दुष्कर्म कर दिया। अब मोबाइल पर खींची फोटो को सार्वजनिक करने के नाम पर ब्लैकमेल करता रहा। पांच दिन बाद पीड़िता पुलिस की शरण में पहुंची और मामला दर्ज करवाया। पीडि़ता की गुमशुदगी बोरानाडा थाने में दर्ज है। पुलिस ने नामजद आरोपी की तलाश शुरू की है।
लूणी के सिणनी गांव की रहने वाली एक महिला की शादी बालोतरा में हुई है। वह 20 मई को बालोतरा से पीहर के लिए निकली थी। बोरानाडा स्थित चैनजी की प्याऊ के नजदीक पहुंची तब बाइक पर उसके मौसी का बेटा भाई राजूराम पुत्र मूलाराम मिल गया। उसने घर छोडऩे के बहाने अपने साथ ले गया। बीच रास्ते एक स्थान पर गाड़ी रोककर दोनों ने सैल्फी ली। मगर सैल्फी अश्लील होने पर वह अगले दिन भी महिला के घर पहुंचा और तस्वीर को सार्वजनिक करने की धमकी देने लगा।
रात को एक बजे उसे फोन कर बुलाया और हड़मान राम नाम के एक शख्स के गैराज पर लेकर गया। यहां पर महिला से दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बना ब्लैकमेल करता रहा और तीन चार दिन तक बंधक बनाकर दुष्कर्म करता रहा। पीडि़ता आखिरकार उसके चंगुल से मुक्त होने के बाद पुलिस की शरण में पहुंची
जोधपुर। बालोतरा से अपने पीहर के लिए निकली एक विवाहिता के साथ उसकी ही मौसी के बेटे यानी भाई ने दुष्कर्म कर दिया। अब मोबाइल पर खींची फोटो को सार्वजनिक करने के नाम पर ब्लैकमेल करता रहा। पांच दिन बाद पीड़िता पुलिस की शरण में पहुंची और मामला दर्ज करवाया। पीडि़ता की गुमशुदगी बोरानाडा थाने में दर्ज है। पुलिस ने नामजद आरोपी की तलाश शुरू की है।
लूणी के सिणनी गांव की रहने वाली एक महिला की शादी बालोतरा में हुई है। वह 20 मई को बालोतरा से पीहर के लिए निकली थी। बोरानाडा स्थित चैनजी की प्याऊ के नजदीक पहुंची तब बाइक पर उसके मौसी का बेटा भाई राजूराम पुत्र मूलाराम मिल गया। उसने घर छोडऩे के बहाने अपने साथ ले गया। बीच रास्ते एक स्थान पर गाड़ी रोककर दोनों ने सैल्फी ली। मगर सैल्फी अश्लील होने पर वह अगले दिन भी महिला के घर पहुंचा और तस्वीर को सार्वजनिक करने की धमकी देने लगा।
रात को एक बजे उसे फोन कर बुलाया और हड़मान राम नाम के एक शख्स के गैराज पर लेकर गया। यहां पर महिला से दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बना ब्लैकमेल करता रहा और तीन चार दिन तक बंधक बनाकर दुष्कर्म करता रहा। पीडि़ता आखिरकार उसके चंगुल से मुक्त होने के बाद पुलिस की शरण में पहुंची
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