बांसवाड़ा.पुलिसगिरी : बरामद किया सीमेंट और उसी से बना दी थाने की इमारत!
गढ़ी थाना पुलिस के खिलाफ एक ट्रक से चोरी गए करीब 195 बैग सीमेंट को जब्त नहीं कर उसे थाना भवन के जीर्णोद्धार करने की शिकायत ट्रांसपोर्ट कंपनी के एक मैनेजर ने आईजी से कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
पाली हाल निवासी तलवाड़ा के अशोक पुत्र भाणाराम पनुसा ने आईजी को दी शिकायत में बताया कि वो सिद्धि विनायक लोजिस्टिक लिमिटेड कंपनी चलाता है। कंपनी का ट्रक 28 जून 2015 को वजवाना स्थित सीमेंट कंपनी से 420 बैग सीमेंट के लेकर सूरत के लिए रवाना हुआ। लेकिन ट्रक वहां नहीं पहुंच कर रास्ते से ही चोरी हो गया। इस पर ड्राइवर के खिलाफ 15 जुलाई 2015 को ट्रक और सीमेन्ट चोरी का मुकदमा गढ़ी थाने में दर्ज करवाया।
इसके कुछ दिनों बाद चालक का कॉन्टेक्ट नंबर और पता पुलिस को बताया। अनुसंधान अधिकारी ट्रक बरामद कर थाने ले आया लेकिन उसमें कोई माल नहीं होना बताया।
जीपीएस से जुटाई लोकेशन
ट्रक बरामदगी के बाद फरियादी ने जीपीएस सिस्टम से जानकारी जुटाई। जिसमें पता चला कि ट्रक कलिंजरा और बागीदौरा में खाली हुआ। प्रार्थी अशोक इसके बाद मौके पर भी देखने गया तो वहां सीमेंट के बैग दुकानों के बाहर ही पड़े हुए थे। इसकी सूचना थाने में दी तो गढ़ी थाना पुलिस माल बरामद कर थाने लाई। माल जब्ती को ऑन रिकॉर्ड नहीं कर 195 बैग सीमेंट थाने में चल रहे निर्माण कार्य में लगा दिए।
पुलिस पर धमकाने का आरोप
फरियादी ने माल बरामदगी का पुलिस से पूछा तो पुलिस ने कहा कि जब तक आरोपित नहीं मिलेगा, तब तक माल नहीं मिल सकता। साथ ही पुलिस ने फरियादी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी तक दे डाली।
एसपी ने भी नहीं की कार्रवाई
अशोक ने 14 मार्च को पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की थी, लेकिन वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। आगे शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
आरोप बेबुनियाद
जीपीएस लॉकेशन से ट्रक को जब जब्त किया, तब फरियादी स्वयं जांच अधिकारी के साथ मौजूद था। इस पूरे मामले में फरियादी की भूमिका भी संदिग्ध है। उसके आरोप निराधार हैं। ड्राइवर की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी है, जिसके बाद सब सच्चाई सामने आ जाएगी।
गोपाललाल चंदेल, पुलिस निरीक्षक, गढ़ी थाना
उच्चाधिकारी को सौपेंगे जांच
मामला ध्यान में नहीं आ रहा है। सोमवार को जानकारी ली जाएगी। जरुरत हुई तो इस पूरे प्रकरण की जांच उच्चाधिकारी को सौंप दी जाएगी।
आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक, बांसवाड़ा।
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