रविवार, 3 अप्रैल 2016

बाड़मेर, वाटर हार्वेस्टिंग के साथ आमजन की भागीदारी जरूरी: मीणा



बाड़मेर, वाटर हार्वेस्टिंग के साथ आमजन की भागीदारी जरूरी: मीणा

प्रभारी सचिव ने की मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन

अभियान एवं अन्य योजनाआंे की समीक्षा


बाड़मेर, 03 अप्रेल। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान मंे वाटर हार्वेस्टिंग को प्राथमिकता देने के साथ आमजन की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। आमजन को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए श्रमदान के तौर पर उनका सहयोग लिया जाए। बाड़मेर दूसरे जिलांे के लिए पे्ररणास्त्रोत बने, इस लिहाज से वृहद स्तर पर अभियान की मंशा के अनुरूप कार्य करवाएं। बाड़मेर जिले के प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे मुख्यमंत्री के बाड़मेर प्रवास के दौरान दिए निर्देशांे की पालना एवं विकास योजनाआंे की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।

प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के जरिए बारिश के पानी की प्रत्येक बूंद का संग्रहण कर उसका सदुपयोग किया जाना है। ऐसे मंे संबंधित इलाकांे मंे वर्षा जल संग्रहण के कार्याें को प्राथमिकता दी जाए।उन्हांेने अब तक इस अभियान के लिए मिले जन सहयोग को बेहद कम बताते हुए कहा कि इसके लिए विभागीय अधिकारी प्रयास करते हुए आमजन को इसके लिए प्रोत्साहित करें। उन्हांेने अब तक किए गए श्रमदान की लागत का मूल्यांकन कर इसको वेबसाइट पर अपडेट करने के भी निर्देश दिए। समीक्षा बैठक मंे कार्यवाहक जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच समेत कई विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

समीक्षा बैठक मंे अधीक्षण अभियंता हीरालाल अहीर ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान मंे 6021 कार्य प्रस्तावित है। मौजूदा समय मंे स्वीकृत 4632 कार्याें मंे से 634 कार्य पूर्ण हो चुके है। प्रभारी सचिव मीणा ने इस अभियान मंे व्यक्तिगत के बजाय सार्वजनिक कार्य विशेषकर बारिश जलसंग्रहण से जुड़े कार्य करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि सरकारी भवनांे की छत से व्यर्थ बहने वाले पानी को टांकांे मंे एकत्रित करने के साथ उसका उपयोग किया जाए। उन्हांेने महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत प्रदेश मंे 50 हजार केटल शेड बनाए जाने की जानकारी देते हुए कहा कि बाड़मेर जिले मंे भी इसको प्राथमिकता दी जाए। इसके जरिए अधिकाधिक लोगांे को लाभांवित किया जाए ताकि मवेशियांे को रखने के लिए पक्के शेड की सुविधा मिल सके। उन्हांेने मनरेगा मंे सरकारी भवनांे की मरम्मत करवाने के निर्देश दिए। प्रभारी सचिव ने विभिन्न विभागांे को मुख्यमंत्री प्रवास के दौरान दिए गए निर्देशांे की पालना की समीक्षा की। इस दौरान डिस्काम के अधिकारियांे ने बताया कि अघिकतर अनुपयोगी सामान का निस्तारण कर दिया गया है। जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे 2263 अवैध जल कनेक्शनांे को चिन्हित किया गया था। मौजूदा समय मंे शेष रहे 2182 कनेक्शनांे को हटवाने की कार्रवाई की जाएगी। अब तक अवैध कनेक्शनांे को लेकर 14 एफआइआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। मीणा ने प्रस्तावित नहर क्लोजर एवं गर्मी के दौरान ग्रामीण इलाकांे मंे टैंकरांे से जलापूर्ति के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए।

इस दौरान प्रभारी सचिव ने पंचायत समितिवार स्वच्छ भारत अभियान एवं विकास योजनाआंे की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियांे को प्रगति लाने के निर्देश दिए। कार्यवाहक जिला कलक्टर नेहरा ने बाड़मेर जिले मंे विकास योजनाआंे की प्रगति से अवगत कराया। इस दौरान प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना,गौरव पथ के प्रकरणांे पर भी चर्चा हुई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस.के.एस.बिष्ठ ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे डोडा पोस्त छुड़वाने के लिए अप्रेल माह मंे नशा मुक्ति शिविर आयोजित किए जाएंगे। आरोग्य राजस्थान अभियान के तहत 4 लाख परिवारांे का पंजीयन कर 78 हजार 702 लोगांे के स्वास्थ्य की जांच की गई है। भामाशाह योजना के बारे मंे सहायक निदेशक सांख्यिकी एवं आर्थिक विभाग हीरालाल मालू ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे 3 लाख 71 हजार 547 कार्ड प्राप्त हुए थे। इसमंे से 2 लाख 91 हजार 348 कार्ड वितरण कर दिए गए है। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने बताया कि संपर्क राजस्थान पर दर्ज प्रकरणांे में से 80 फीसदी प्रकरणांे का निस्तारण कर दिया गया है। प्रभारी सचिव ने महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत निर्मित होने वाले आंगनबाड़ी भवनांे की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।

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स्कूलांे मंे होगी वाटर हार्वेस्टिंग, बाड़मेर बनेगा मिसाल
बाड़मेर, 03 अप्रेल। बेहद कम बारिश के लिहाज से पहचाना जाने वाला बाड़मेर जिला अब प्रदेश के अन्य जिलांे के लिए मिसाल बनेगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत मंे सबसे बड़े विद्यालय की छत से बारिश के पानी को टांके मंे एकत्रित करने के साथ महत्वपूर्ण अभियान की शुरूआत होगी। इसके बाद अन्य विद्यालयांे एवं सरकारी भवनांे की छत से व्यर्थ बहने वाले पानी को सहेजा जाएगा।

बाड़मेर जिले के प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की मंशा के अनुरूप बारिश के पानी को सहेजने के लिए इसकी क्रियान्विति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। बाड़मेर जिले की प्रत्येक पंचायत समिति के विकास अधिकारी को स्कूलांे की छत से पाइप लाइन के जरिए बारिश के पानी को टांकांे तक पहुंचाने के कार्य करवाने को कहा गया है। उनको प्रत्येक ग्राम पंचायत मंे कम से कम एक विद्यालय मंे आवश्यक रूप से यह कार्य करवाना होगा। प्रभारी सचिव मीणा ने निर्धारित लक्ष्यांे से अधिक कार्य करवाने वाले विकास अधिकारियांे की प्रगति रिपोर्ट भी तैयार करने के निर्देश दिए है। बाड़मेर जिले मंे इस अभियान के पहले चरण मंे 950 विद्यालयांे मंे बारिश का पानी एकत्रित होगा। बारिश के पानी का उपयोग स्वच्छ होने की स्थिति मंे पेयजल अथवा पौधांे को पिलाने तथा सब्जियांे की क्यारी मंे भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।

जिला मुख्यालय पर रविवार को हुई समीक्षा बैठक के दौरान विकास अधिकारियांे ने विद्यालयांे मंे व्यर्थ बहने वाले बारिश के पानी को संग्रहित करवाने के कार्याें को एक माह के भीतर पूरा करवाने का भरोसा दिलाया। ताकि जून-जुलाई के दौरान बारिश होने की स्थिति मंे पानी एकत्रित हो सके। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि चिकित्सा विभाग के समस्त कार्यालयांे मंे वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करवाया जाएगा। बाड़मेर जिले मंे आमतौर पर बारिश के पानी को एकत्रित करने के लिए कुछ विद्यालयांे मंे छत को पाइप लाइन के जरिए टांकांे से जोड़ा गया है। लेकिन अधिकतर विद्यालय इससे वंचित है। ऐसे मंे बारिश के पानी को सहेजने का प्रयास निसंदेह अन्य जिलांे के लिए भी प्रेरणास्त्रोत साबित होगा।

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