जैसलमेर गफूूर भटठा निवासी विधवा श्रीमती बंसती देवी के लिए वरदान साबित हुई श्रम कल्याण की दुर्धटना मृत्यु सहायता योजना
श्रीमती बसंती देवी को मिली 5 लाख रुपये की सहायता
आसानी से कर सकेगी दो नन्नी - मुन्नी पुत्रियों का भरण पोषण
जैसलमेर 12 अप्रेल/जैसलमेर के गफुर भटठा निवासी 28 वर्षीय प्रेम कुमार पुत्र भंवरलाल जो कि पेषे से श्रमिक था एवं उसने श्रम कल्याण अधिकारी कार्यालय जैसलमेर में कमठा श्रमिक के रुप में पंजीयन करा रखा था। श्रमिक प्रेम कुमार का 1 जनवरी 2016 को जैसलमेर - थईयात मार्ग पर मोटर साईकल से दुर्घटना होने पर उसकी मृत्यु हो गई। प्रेम कुमार के दुर्घटना मृत्यु उपरांत श्रम विभाग के श्रमिक के रुप में पंजीयन होने के कारण श्रम विभाग की दुर्घटना मृत्यु सहायता योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपये की सहायता राषि स्वीकृत हुई। स्व. प्रेम कुमार की पत्नी विधवा श्रीमती बंसती देवी को 3 अप्रेल को पोकरण में आयोजित मेगा व लोककल्याणकारी षिविर के दौरान जिला एवं सेषन न्यायाधीष श्री नरसिंहदास व्यास ने 5 लाख रुपयेे की सहायता राषि का चैक प्रदान किया। विधवा श्रीमती बंसती देवी के लिए श्रम कल्याण की सहायता योजना वास्तव में वरदान साबित हुई है।
उल्लेखनीय है कि प्रेम कुमार का विवाह श्रीमती बसंती देवी के साथ वर्ष 2011 में हुआ था एवं उसके दो पुत्रियां है जिसमे बडी पुत्री कुमारी लालो 4 साल की व छोटी पुत्री मुन्नी 7 माह की है। पति का परिवार के उपर से साया उठ जाने पर प्रेम कुमार की पत्नी विधवा श्रीमती बंसती देवी पर पहाड सा टूट गया एवं वह अपनी दो पुत्रियांे के लालन पोषण किस प्रकार से करेगी उसी चिंता व दुःख में डूब गई। जवानी के उम्र में पति के देहान्त पर श्रीमती बंसती को सदैव अपने जीवन के भरण -पोषण करने की चिंता लग गई।
श्रीमती बंसती देवी अपने ससुर भवंरलाल भार्गव के साथ गफुर भटठा मकान में साथ रहती है। ससुर भवंरलाल को पुत्र की दुर्घटना में मृत्यु पर उसे भी उसके परिवार के भरण पोषण की चिंता लगी क्योंकि भवंरलाल भी मजदूरी का कार्य करता है।
प्रेम कुमार के श्रम कल्याण विभाग में श्रमिक के पंजीयन की जानकारी मिली तो उसके पिता ने श्रम कल्याण अधिकारी कार्यालय जैसलमेर में श्रम कल्याण विभाग की दुर्घटना में मृत्यु सहायता योजना में आवेदन किया। श्रम कल्याण अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने अपनी संवेदनषीलता दिखाते हुए इस योजना मंे प्रेमकुमार को सहायता दिलाने का आवेदन पत्र तैयार करवाया एवं 5 लाख रुपये की सहायता राषि की स्वीकृति प्रदान की।
मेगा कैम्प पोकरण में विधवा श्रीमती बंसती देवी अपनी माता श्रीमती सुगनी देवी के साथ आई एवं 5 लाख रुपये की सहायता राषि का चैक प्राप्त कर खुष हुई एवं इस सहायता राषि के लिए उसके आंखो में खुषी के आंसू छलक उठे। श्रीमती बंसती देवी ने अपने भरे हुए रुआंसे गले से कहा कि जवानी में राम रुठने से उसके पति का साया उठ गया लेकिन राज री इण जनकल्याणकारी योजना सू म्हनें व म्हारी दो पुत्रियों ने बहुत बडो सम्बल व सहयोग मिलयो है। बंसती देवी ने कहा कि वे इतनी बडी सहायता राषि से अपनी दोनो लाडली पुत्रियांे का जहां आसानी से भरण - पोेषण कर पायेगी वहीें उन्हें अच्छी षिक्षा भी अर्जित करा सकेगी। उसने श्रमिको के लिए राज्य सरकार द्वारा श्रम कल्याण के माध्यम से संचालित इस प्रकार की जन कल्याणकारी योजना की अन्तर आत्मा से सराहना की एवं कहा कि ऐसी योजना से मेरे जैसी विधवाओं को कितना आर्थिक सम्बल मिलता है वहीं जीवन यापन करने में भी आसानी होती है।
इस प्रकार विधवा श्रीमती बसंती देवी के लिए तो श्रम कल्याण विभाग कि यह जन कल्याणकारी योजना वास्तव में वरदान साबित हुई। इस सहायता राषि से अब वह अपने परिवार का संचालन एवं भरण - पोषण असानी से कर सकेगी।
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