रविवार, 17 अप्रैल 2016

बालोतरा.पेड़ से लटकी मिली मां-बाप की 'उम्मीद'



बालोतरा.पेड़ से लटकी मिली मां-बाप की 'उम्मीद'


क्षेत्र के पचपदरा साल्ट में रविवार को नमक की खदान के पास एक पेड़ से युवक की लटकती लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मृतक पचपदरा कस्बे की होटल पर काम करता था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव की शिनाख्त कर परिजनों को सूचना दी। वहीं पुलिस ने मौका मुआयना कर प्रारंभिक जांच शुरु की।

जानकारी के मुताबिक पचपदरा कस्बे से करीब 12 किलोमीटर दूर साल्ट गांव के समीप सूनसान जगह एक नमक की खदान के पास पेड़ से लटकते युवक को देख लोगो ने पुलिस को सूचना दी। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि युवक का शव तो करीब दो-तीन दिन पुराना होना प्रतीत हुआ। जिस पर पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना देकर आसपास के क्षेत्र में गहनता से तथ्य जाने। लेकिन पुलिस अभी तक इस मामले में प्रथमदृष्टया से आत्महत्या का मामला बता रही है।

मृतक बाड़मेर के दरुड़ा का निवासी

मृतक स्वरूप पुत्र मांगाराम देवासी बाड़मेर जिले के दरुड़ा गांव का निवासी है। मृतक परिवार की आर्थिक तंगी के चलते पचपदरा मजदूरी के लिए होटल में काम करता था।

होटल से हुआ गायब, तीन दिन बाद मिला शव

मृतक स्वरूप शुक्रवार को होटल से गायब हो गया था, जिसके बाद होटल संचालक ने मामला भी दर्ज करवाया था, फिर भी उसे पुलिस ढूंढ नहीं पाई। आखिर उसका शव लोगों ने लटकता देख पुलिस को सूचित किया जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची। देवासी समाज के लोगों की उपस्थिति में शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए बालोतरा के नाहटा अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। सोमवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

मां-बाप ने खोया कमाऊ बेटा

मां-बाप ने पालन-पोषण कर बेटे को बड़ा किया कि बेटा बड़ा होकर परिवार की आर्थिक तंगी दूर करेगा। लेकिन बेटा तो दुनिया छोड़ कर चला गया। मृतक के पिता कुछ वर्ष पहले के्रसर पर काम करते समय हादसे में घायल हो गए थे। जिसके चलते पिता मजदूरी नही कर पा रहे थे। इसलिए परिवार का पालण पोषण स्वरूप पर निर्भर था।

ये क्या हुआ, इसने क्या बिगड़ा है भगवान

कुछ वर्ष पहले जब इसके पिता के के्रसर पर हादसा हुआ तो पिता कई वर्षों तक चारपाई पर सोते रहे, परिवार का पालन पोषण मां ने किया। जैसे ही बेटे को बड़ा कर मजदूरी के लिए भेजा। लेकिन जब रविवार को आत्महत्या की सूचना मिली तो मां-बाप के पैरो तले जमीन खिसक गई। बोले-अरे क्या हो गया है भगवान मैंने क्या बिगाड़ा है तेरा...। गांव में हर कोई यही बात करता हुआ नजर आया कि सीधा सा लड़का ऐसा क्यों करेगा।

रो-रो कर बिलख पड़ा परिवार

जब बेटे के बारे आत्महत्या का सुना तो परिवार के हालात और बिगड़ गए परिवार रो-रो कर बिलख पड़ता हुआ नजर आया। हर कोई यही सोच रहा था, इसका क्या कसूर है बार-बार दु:खों के पहाड़ का सामने करना पड़ रहा है।

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