बुधवार, 20 अप्रैल 2016

मिसाल: बेटियों को घोड़ी पर बैठाकर निकाली बिंदोरी, जमकर नाचे परिजन

मिसाल: बेटियों को घोड़ी पर बैठाकर निकाली बिंदोरी, जमकर नाचे परिजन

सीकर. बेटा-बेटी समान हैं। अक्सर यह खूब सुनने को मिलता है, मगर कुछ ही परिवार ऐसे होते हैं, जो इस बात को हकीकत में बदलकर दिखाते हैं। इसकी बानगी हैं शेखावाटी के चार परिवार, जिन्होंने बेटियों की शादी में उनको घोड़ी पर बैठाकर बिंदोरी निकालकर उनको बेटों के समान दर्जा दिया।




ये है सीकर की बेटी वर्षा

सीकर शहर में सालासर बस स्टैण्ड पुलिस चौकी के पास रहने कैलाश सारड़ीवाल की बेटी वर्षा की बिंदौरी शहर में बीते गुरुवार को निकाली गई। डीजे व बैंडबाजे के साथ निकाली गई निकासी में परिवार व कॉलोनी के लोग जमकर नाचे।

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