40 दिनों से चल रही सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल का असर अब जनता पर
आभूषणों पर 1 प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाए जाने के खिलाफ सर्राफा व्यापारी और सरकार दोनों ही झुकने को तैयार नहीं है। सोमवार को व्यापारियों की हड़ताल का 40वां दिन है। आभूषण निर्माता, सर्राफा व्यापारी और कारीगर लगातार अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हैं। वहीं इस हड़ताल का असर अब जनता पर साफ झलकने लगा है। सबसे खास बात तो यह है कि इस हड़ताल को लेकर न सरकार झुकने को तैयार न सर्राफा व्यापारी। ऐसे में अब इस हड़ताल का असर अब जनता पर साफ दिखने लगा है। बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है।
सबसे खास बात तो यह है कि सहालग का समय होने से अब लोग आभूषण को खरीदने के लिए परेशान हो रहे हैं। इस हड़ताल का असर पूरे देश में ही एक जैसा देख्ने को मिल रहा है| कही इस हड़ताल के अंतर्गत तोड़फोड़ की जा रही है तो कही पुतले जलाने का काम किया जा रहा है| इस दौरान ही यह बात भी सामने आ रही है कि कई सर्राफा संगठनों के द्वारा 19 मार्च को हड़ताल वापस लेने का काम भी किया गया था लेकिन इसके बावजूद भी अधिकतर दुकानें बंद ही देखने को मिली| व्यापारियों की इस हड़ताल का असर ना केवल बाजार पर पड़ रहा है बल्कि साथ ही यह भी देखने को मिल रहा है कि इस कारण सोने-चांदी के आभूषण की खरीद भी बिलकुल खत्म सी हो गई है|
गैर-चांदी के आभूषण पर उत्पाद शुल्क लगाने के रुख में नरमी लाने से इनकार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ऐसे समय में जब कई आवश्यक वस्तुओं पर करों का भुगतान करना जरूरी है, 'लग्ज़री वस्तुएं' कर के दायरे से बाहर नहीं रह सकती हैं
आभूषणों पर 1 प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाए जाने के खिलाफ सर्राफा व्यापारी और सरकार दोनों ही झुकने को तैयार नहीं है। सोमवार को व्यापारियों की हड़ताल का 40वां दिन है। आभूषण निर्माता, सर्राफा व्यापारी और कारीगर लगातार अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हैं। वहीं इस हड़ताल का असर अब जनता पर साफ झलकने लगा है। सबसे खास बात तो यह है कि इस हड़ताल को लेकर न सरकार झुकने को तैयार न सर्राफा व्यापारी। ऐसे में अब इस हड़ताल का असर अब जनता पर साफ दिखने लगा है। बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है।
सबसे खास बात तो यह है कि सहालग का समय होने से अब लोग आभूषण को खरीदने के लिए परेशान हो रहे हैं। इस हड़ताल का असर पूरे देश में ही एक जैसा देख्ने को मिल रहा है| कही इस हड़ताल के अंतर्गत तोड़फोड़ की जा रही है तो कही पुतले जलाने का काम किया जा रहा है| इस दौरान ही यह बात भी सामने आ रही है कि कई सर्राफा संगठनों के द्वारा 19 मार्च को हड़ताल वापस लेने का काम भी किया गया था लेकिन इसके बावजूद भी अधिकतर दुकानें बंद ही देखने को मिली| व्यापारियों की इस हड़ताल का असर ना केवल बाजार पर पड़ रहा है बल्कि साथ ही यह भी देखने को मिल रहा है कि इस कारण सोने-चांदी के आभूषण की खरीद भी बिलकुल खत्म सी हो गई है|
गैर-चांदी के आभूषण पर उत्पाद शुल्क लगाने के रुख में नरमी लाने से इनकार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ऐसे समय में जब कई आवश्यक वस्तुओं पर करों का भुगतान करना जरूरी है, 'लग्ज़री वस्तुएं' कर के दायरे से बाहर नहीं रह सकती हैं
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