टोंक। दुःखी किसान ने दी आत्महत्या की धमकी, मंत्री बोले 'जा कर ले'
टोंक। जिले में मालपुरा के समीप स्थित अविकानगर संस्थान मे आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान का बुरा बर्ताव देखने को मिला। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के एक कार्यक्रम में संजीव बालियान मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान मंच पर कई किसान अपनी समस्याओं को लेकर मंत्रीजी से मदद की गुहार लगाने पहुंच गए।
यहां पहुंचने पर उन्हें किसानों से लेकर खाद-बीज के व्यापारियों और किसानों ने खूब खरी-खोटी सुनाई। वहीं नए कानूनों पर विरोध जताते हुए कानून को वापस लेने की मांग की। साथ ही एक किसान ने तो आत्महत्या तक की चेतावनी दे डाली, जिस पर मंत्रीजी ने भी पलटकर यहां तक कह दिया कि जा कर ले आत्महत्या। कृषिमंत्री से लेकर सांसद, विधायक तक ने उसकी बात तक सुनना गंवारा ना समझा, आखिर किसान के मुंह से निकला कि मर जायेंगे क्या करेंगे।
दरअसल, बिजली विभाग से परेशान गिरीराज जाट नाम के ये किसान इस बात से दु:खी है कि बिजली का टूटा तार उसके पौधों का बर्बाद कर रहा है, जिसके चलते उसके सामने रोजी-रोटी का संकट है। 15 दिनों से उसके गांव अरनिया काकड़ में बिजली सप्लाई नहीं हो रही है और पानी के अभाव के चलते उसके खेतों में करीब 200 फलदार पेड़ों की एक खेप जल चुकी है।
कार्यक्रम के दौरान गिरिराज ने ये बात कई दफा दोहरा दी, जिसके बाद मंत्री संजीव बालियान बिफर उठे और किसान को कहा दिया कि 'जा कर ले' यहां कोई नहीं सुनता। इस पूरे मामले के बाद तुरंत ही मंच पर मौजूद अविकानगर के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों ने किसान को मंच से हटाकर नीचे ले गए और फिर उसे पांडाल से बाहर कर दिया गया।
टोंक। जिले में मालपुरा के समीप स्थित अविकानगर संस्थान मे आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान का बुरा बर्ताव देखने को मिला। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के एक कार्यक्रम में संजीव बालियान मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान मंच पर कई किसान अपनी समस्याओं को लेकर मंत्रीजी से मदद की गुहार लगाने पहुंच गए।
यहां पहुंचने पर उन्हें किसानों से लेकर खाद-बीज के व्यापारियों और किसानों ने खूब खरी-खोटी सुनाई। वहीं नए कानूनों पर विरोध जताते हुए कानून को वापस लेने की मांग की। साथ ही एक किसान ने तो आत्महत्या तक की चेतावनी दे डाली, जिस पर मंत्रीजी ने भी पलटकर यहां तक कह दिया कि जा कर ले आत्महत्या। कृषिमंत्री से लेकर सांसद, विधायक तक ने उसकी बात तक सुनना गंवारा ना समझा, आखिर किसान के मुंह से निकला कि मर जायेंगे क्या करेंगे।
दरअसल, बिजली विभाग से परेशान गिरीराज जाट नाम के ये किसान इस बात से दु:खी है कि बिजली का टूटा तार उसके पौधों का बर्बाद कर रहा है, जिसके चलते उसके सामने रोजी-रोटी का संकट है। 15 दिनों से उसके गांव अरनिया काकड़ में बिजली सप्लाई नहीं हो रही है और पानी के अभाव के चलते उसके खेतों में करीब 200 फलदार पेड़ों की एक खेप जल चुकी है।
कार्यक्रम के दौरान गिरिराज ने ये बात कई दफा दोहरा दी, जिसके बाद मंत्री संजीव बालियान बिफर उठे और किसान को कहा दिया कि 'जा कर ले' यहां कोई नहीं सुनता। इस पूरे मामले के बाद तुरंत ही मंच पर मौजूद अविकानगर के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों ने किसान को मंच से हटाकर नीचे ले गए और फिर उसे पांडाल से बाहर कर दिया गया।
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