चितौड़ में आंनदपाल की सूचना पर पुलिस की परेड,सीकर में दिखा हमशक्ल
चितौड़गढ़/सीकर। सीकर के खंडेला में आज अचानक उस समय पुलिस हरकत में आ गई जब किसी ने सूचना दी कि आनंदपाल एक काले रंग की कार में जा रहा है और उस कार पर लालबत्ती लगी हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस ने रलावात टोल नाके से गाड़ी का पीछा शुरू किया। गाड़ी को खंडेला में रोक लिया गया। लेकिन इससे पहले गाड़ी उतर ली गई थी।
पुलिस ने रोककर गाड़ी में देखा तो उसमें हुबहू आनंदपाल के हुलिया का शख्स बैठा हुआ था। एक बारगी तो पुलिस सकते में आ गई लेकिन गाड़ी में बैठा व्यक्ति उतरा। इतनी देर में खंडेला में मजमा लग गया। पूछताछ में गाड़ी में बैठा हुआ व्यक्ति झुंझुनू के बुहाना इलाके के मनाना का राकेश कुमार निकला। पूरी तस्दीक के बाद युवक को पुलिस ने जाने दिया। एसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर युवक को रोका गया था और पूरी तस्दीक करने के बाद छोड़ दिया गया क्योंकि वह शख्स आनंदपाल नहीं था जिसके बारे में सूचना दी गई थी।
कुछ इसी तरह ही आनंदपाल के चित्तौड़गढ़ जिले में होने की सूचना पर पुलिस महकमा अलर्ट मोड़ में आ गया जिल पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा से तुरंत जिले भर के पुलिस अधिकारियों को अलर्ट कर जिले से होकर गुजरने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्गो पर 'ए' श्रेणी की नाकाबंदी करवा दी। जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो पर पुलिस के सशस्त्र जवानों को तैनात कर दिया गया। प्रत्येक वाहन की गहनता से तलाशी ली गई किसी भी व्यक्ति के संदिग्ध लगने पर उससे गहनता से पूछताछ की गई।
गौरतलब है की जिले से होकर गुजरने वाले कई ग्रामीण क्षेत्रो के मार्ग ऐसे है जिनसे सीधे ही मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा में प्रवेश किया जा सकता है। ऐसे में थोड़ी सी चुक हो जाने पर सीधे राज्य से बाहर निकल जाने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत खुद नाकाबंदी की मोनिटरिंग में जुटे रहे जिला मुख्यालय सहित कपासन बेगू निम्बाहेडा गंगरार वृत्तो के वृत्ताधिकारी और थानाधिकारी वाहनों की तालाशी में जुटे रहे आनंदपाल का हालाँकि कोई सुराग नहीं लग पाया लेकिन जिले में आनंदपाल के होने की सूचना से पुलिस महकमा गंभीर नजर आया।
चितौड़गढ़/सीकर। सीकर के खंडेला में आज अचानक उस समय पुलिस हरकत में आ गई जब किसी ने सूचना दी कि आनंदपाल एक काले रंग की कार में जा रहा है और उस कार पर लालबत्ती लगी हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस ने रलावात टोल नाके से गाड़ी का पीछा शुरू किया। गाड़ी को खंडेला में रोक लिया गया। लेकिन इससे पहले गाड़ी उतर ली गई थी।
पुलिस ने रोककर गाड़ी में देखा तो उसमें हुबहू आनंदपाल के हुलिया का शख्स बैठा हुआ था। एक बारगी तो पुलिस सकते में आ गई लेकिन गाड़ी में बैठा व्यक्ति उतरा। इतनी देर में खंडेला में मजमा लग गया। पूछताछ में गाड़ी में बैठा हुआ व्यक्ति झुंझुनू के बुहाना इलाके के मनाना का राकेश कुमार निकला। पूरी तस्दीक के बाद युवक को पुलिस ने जाने दिया। एसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर युवक को रोका गया था और पूरी तस्दीक करने के बाद छोड़ दिया गया क्योंकि वह शख्स आनंदपाल नहीं था जिसके बारे में सूचना दी गई थी।
कुछ इसी तरह ही आनंदपाल के चित्तौड़गढ़ जिले में होने की सूचना पर पुलिस महकमा अलर्ट मोड़ में आ गया जिल पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा से तुरंत जिले भर के पुलिस अधिकारियों को अलर्ट कर जिले से होकर गुजरने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्गो पर 'ए' श्रेणी की नाकाबंदी करवा दी। जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो पर पुलिस के सशस्त्र जवानों को तैनात कर दिया गया। प्रत्येक वाहन की गहनता से तलाशी ली गई किसी भी व्यक्ति के संदिग्ध लगने पर उससे गहनता से पूछताछ की गई।
गौरतलब है की जिले से होकर गुजरने वाले कई ग्रामीण क्षेत्रो के मार्ग ऐसे है जिनसे सीधे ही मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा में प्रवेश किया जा सकता है। ऐसे में थोड़ी सी चुक हो जाने पर सीधे राज्य से बाहर निकल जाने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत खुद नाकाबंदी की मोनिटरिंग में जुटे रहे जिला मुख्यालय सहित कपासन बेगू निम्बाहेडा गंगरार वृत्तो के वृत्ताधिकारी और थानाधिकारी वाहनों की तालाशी में जुटे रहे आनंदपाल का हालाँकि कोई सुराग नहीं लग पाया लेकिन जिले में आनंदपाल के होने की सूचना से पुलिस महकमा गंभीर नजर आया।
(इस फोटो में आप देख सकते हैं कि यह व्यक्ति पूरी तरह से आनंदपाल के जैसा ही लग रहा है और इसी चेहरे की सूचना पर पुलिस की परेड हो गई )
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