गुरुवार, 17 मार्च 2016

बाड़मेर चिकित्सको से हार्ड अल्लौंस के बदले माँगा कमीशन,चिकित्सको ने इस्तीफे की पेशकश की ,मचा बवाल



बाड़मेर चिकित्सको से हार्ड अल्लौंस के बदले माँगा कमीशन,चिकित्सको ने इस्तीफे की पेशकश की ,मचा बवाल



 बाड़मेरराजकीय अस्पताल स्थिति ब्लाक सीएमएचओ ऑफिस में बुधवार दोपहर बारह बजे एक साथ बाड़मेर ब्लाक के सीएचसी पीएचसी में नियुक्त सोलह डाक्टरों की बैठक आयोजित हुई। तीन घंटे तक चली इस मीटिंग में सीएमएचओ डॉ. सुनील कुमार बिष्ट, ब्लाक सीएमएचओ डा. महेश सिंह गौतम, डीटीओ डॉ.पंकज खुराना और एएओ रविन्द्र गुप्ता इस बैठक में उपस्थित रहे। सूत्रों की माने तो ये सभी डॉक्टर सीएमएचओ को त्यागपत्र सौंपने आए थे। मीटिंग के बाद सभी डॉक्टर ऑफिस से बाहर निकले तो भास्कर टीम ने डाक्टरों के इस्तीफे बैठक के बारे में जानना चाहा तो डॉक्टरों ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया वहां से रवाना हो गए।

सूत्रों के अनुसार ये सभी डॉक्टर बीसीएमएचओ कार्यालय में व्याप्त अनियमितताओं से परेशान थे भुगतान को लेकर बीसीएमएचओ सीएमएचओ को शिकायत भी की। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। फिर इन डॉक्टरों ने जिला कलेक्टर को इस संबंध में तीन बार शिकायत करने के बाद कलेक्टर ने सीएमएचओ को मामले की जांच के आदेश दिए। इसी मद्देनजर डीटीओ डॉ. पंकज खुराना और एएओ रविन्द्र गुप्ता की टीम बनाकर जांच के आदेश दिए थे। इसी को लेकर सभी डाक्टरों को बुधवार को बैठक में बुलाया गया था। सूत्र बताते हैं कि इन सभी सोलह डॉक्टरों ने बैठक में इस्तीफे पेशकश की थी।

बाड़मेर ब्लाॅक में चौदह पीएचसी, तीन सीएचसी एक ग्रामीण परिवार कल्याण केंद्र है। इन सभी में नियुक्त डॉक्टर ने बीसीएमएचओ कार्यालय से भुगतान को लेकर अनियमितता की शिकायत की थी। डाक्टरों का कहना था कि बीसीएमएचओ कार्यालय से उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जाता एवं भुगतान में अनावश्यक देरी की जाती है।

क्याहै मुद्दा

हार्डड्यूटी एलाउंस के लिए सरकार ने मापदंड निर्धारित कर रखे है। सुविधा केे अनुसार हार्ड ड्यूटी एलाउंस की कैटेगरी तय की गई है। इसमें वी1 के छह हजार, वी2 के साढ़े बारह हजार वी3 के पचीस हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं। सीएचसी पीएचसी में लगे डाक्टरों के लिए यह भत्ता दिया जाना है जिसको बीसीएमएचओ कार्यालय से जारी किया जाता है। इस भत्ते को जारी करवाने के एवज में बीसीएचएमओ कार्यालय से अनुचित मांग की जाती है जिसकी शिकायत डाक्टरों ने कई बार बीसीएमएचओ, सीएमएचओ की। कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में डॉक्टर ज्ञापन लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे।




बंद कमरे में तीन घंटे चली बैठक

तीन घंटे की बैठक में चली समझाइश, सीएमएचओ सहित जांच अधिकारियों ने लिए डॉक्टरों के बयान

राजकीय अस्पताल के बीसीएमएचओ कार्यालय में चली तीन घंटे की बैठक में सीएमएचओ सहित दोनों जांच अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के बाद सीएमएचओ डॉ. सुनील कुमार बिस्ट ने बताया कि भुगतान की देरी को लेकर चर्चा हुई। 7 करोड़ का डिमांड नोट गया है जिसे जल्दी ही जारी कर दिया जाएगा। डाक्टरों की शिकायत बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि शिकायत को लेकर डॉक्टरों से बयान लिए गए हैं और डाक्टरों से समझाइश की गई। बीसीएमएचओ कार्यालय में गुरुवार को बयान किए जाएंगे। मामले की जांच की जा रही है। डॉक्टरों का अब कोई विवाद नहीं है। ये सभी डॉक्टर गुरुवार को अपने-अपने सीएचसी पीएचसी में बैठेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें