बाड़मेर जिले में उपस्वास्थ्य केंद्रों के बदले एएनएम अधिक फिर भी उपस्वास्थ्य केंद्र बन्द-जैन
बाड़मेर में बन्द उपस्वास्थ्य केंद्रों को शुरू करने की मांग उठी सदन में साथ ही मेडिकल कॉलेज का कार्य शुरू करने,बाड़मेर जैसलमेर को माडा योजना में शामिल कर भील जनजाति को लाभ देने की मांग भी उठी सदन में।
जयपुर 21 मार्च 2016बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने आज सदन में बाड़मेर जिले में बन्द उप स्वास्थय केंद्रों को शुरू करने को लेकर सदन में मांग रखी।
जैन ने कहाँ कि जिले में बड़ी विचित्र स्थिति है उपस्वास्थ्य केंद्रों के बदले एएनएम की संख्या काफी ज्यादा है फिर भी जिले में ऐसे काफी उपस्वास्थ्य केंद्र बंद पड़े है,कई बार इसको लेकर जिला प्रशासन को भी अवगत कराया लेकिन अभी तक बंद उपस्वास्थ्य केंद्र शुरू नहीं हुए है।सरकार एक तरफ ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य योजनाओ को मजबूती देने की बात करती है वही दूसरी तरफ यह हालात है सरकार स्वास्थय सेवाओं को लेकर सवेदनशील नहीं है।बाड़मेर जिला जहाँ ग्रामीण क्षेत्रो में ढाणियों की बसावट दूर दूर है ऐसे में अगर गाँवो में स्वीकृत उप स्वास्थ्य केंद्र भी शुरू हो जाते है तो आम गरीब को स्वास्थ्य सेवाओ के लिए शहर नहीं आना पड़े सरकार इस और विशेष कदम उठाये।
जैन ने कहाँ कि पूर्ववर्ती सरकार ने बाड़मेर को मेडिकल कॉलेज की सौगात दी थी लेकिन इस सरकार को आये हुए दो साल से अधिक हो गए है केवल इसका शिलान्यास किया गया है और वो ही जयपुर से।सरकार को चाहिए कि कॉलेज के भवन के लिए बजट का प्रावधान करे ताकि शीघ्र कॉलेज शुरू हो सके।
बाड़मेर जैसलमेर को टाडा माडा योजना में शामिल कर इस सीमावर्ती जिलो में रह रहे भील जन जाति को भी इस सरकारी योजनाओ का लाभ दिलाया जाये।विधायक जैन ने लिखित प्रश्न के जरिये सरकार से सवाल किया कि बाड़मेर जैसलमेर में भील जनजाति बहुतायत संख्या में निवास करती है और अत्यंत गरीब है।सरकार इनके संवर्धन के लिए इस क्षेत्र में टाडा माडा क्लस्टर का गठन करे ताकि शैक्षणिक एवम् आर्थिक रूप से पिछड़ी भील जनजाति को भी सरकारी योजनाओ का विशेष लाभ मिल सके।
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