उदयपुर सेंट्रल जेल: कैदियों की ऐशगाह
अपराधियों को सजा देने के लिए बनाई गई जेल अब ऐशगाह बनती जा रही है…उदयपुर का सेंट्रल जेल इसका एक बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है….जहां हार्डकोर अपराधियों के लिए शराब..कबाब ..नशा…. जैसी सारी ऐश करने की सुविधाएं यहां उपलब्ध है …. उदयपुर सेंट्रल जेल में अपराधियों के ऐशगाह की उदयपुर से सतीश शर्मा की खास रिपोर्ट –
रिपोर्ट- सतीश शर्मा
उदयपुर। दारु हो …कबाब हो…तो अपराध करके जेल जाने में किसे डर लगता है….जी हां ये हकीकत है उदयपुर सेंट्रल जेल की… जहां हार्डकोर अपराधियों को ऐशोआराम की सारी सुविधाएं मिलती है…जेल के बैरक में कैदी दारू पार्टी करते है….इतना ही नहीं जेल में कैद ये अपराधी मोबाइल फोन से बाहर के लोगों को आराम से बकायदा धमकियां भी देते है…..ये सारी गतिविधियां कानून से भी छिपी नहीं है…और तो और जेल प्रबंधन भी इस पूरे मामले में शामिल है….हर महीने जेल के बड़े अधिकारी मोटी रकम लेकर इन अपराधियों को ये सारी सुविधाएं उपलब्ध कराते है…इस अवैध वसूली में अगर कोई कैदी रुपए ना दें तो उसका ट्रांसफर तक कर दिया जाता है….सूत्रों के मुताबिक खान विभाग में हुए महाघूंसकांड के आरोपियों को भी जेल में हर सुविधा उपलब्ध है….मामले में निलंबित प्रमुख शासन सचिव अशोक सिंघवी को जेल में सभी सुविधाएं मोटी रकम के बदले उपलब्ध कराई गई थी…. बाद में सिंघवी ने सेटिंग करके जयपुर जेल में ट्रांसफर करवा लिया ….हाल ही जेल का एक ताजा मामला सामने आया है… कि जेल में दो गिरोह सक्रिय है…. एक सज्जाद सराड़ी का और दूसरा दिलीपनाथ का….जिन्होंने दो अपराधियों राजवीर और लोकेश पालीवाल के बीच चल रहे विवाद को खत्म करवा दिया…जिस पर जेल प्रशासन ने दो लाख रुपए की मांग की …वहीं दिलीपनाथ के मना करने पर जेल प्रशासन ने उसका बांसवाड़ा ट्रांसफर कर दिया….ऐसी कई मामले है जो जेल प्रशासन और अपराधियों के बीच चल रहे है…..कहते है कि अपराध की सजा देने के लिए कानून की नजर में जेल सबसे सही जगह और तरीका है….लेकिन यहां कानून के रक्षक ही भक्षक बनकर इन अपराधियों के हौसले और बढ़ा रहे है … तो ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जेल सजा है या मजा……….देखिए जेल के अंदर की कुछ तस्वीरें….
अपराधियों को सजा देने के लिए बनाई गई जेल अब ऐशगाह बनती जा रही है…उदयपुर का सेंट्रल जेल इसका एक बड़ा उदाहरण बनकर सामने आया है….जहां हार्डकोर अपराधियों के लिए शराब..कबाब ..नशा…. जैसी सारी ऐश करने की सुविधाएं यहां उपलब्ध है …. उदयपुर सेंट्रल जेल में अपराधियों के ऐशगाह की उदयपुर से सतीश शर्मा की खास रिपोर्ट –
रिपोर्ट- सतीश शर्मा
उदयपुर। दारु हो …कबाब हो…तो अपराध करके जेल जाने में किसे डर लगता है….जी हां ये हकीकत है उदयपुर सेंट्रल जेल की… जहां हार्डकोर अपराधियों को ऐशोआराम की सारी सुविधाएं मिलती है…जेल के बैरक में कैदी दारू पार्टी करते है….इतना ही नहीं जेल में कैद ये अपराधी मोबाइल फोन से बाहर के लोगों को आराम से बकायदा धमकियां भी देते है…..ये सारी गतिविधियां कानून से भी छिपी नहीं है…और तो और जेल प्रबंधन भी इस पूरे मामले में शामिल है….हर महीने जेल के बड़े अधिकारी मोटी रकम लेकर इन अपराधियों को ये सारी सुविधाएं उपलब्ध कराते है…इस अवैध वसूली में अगर कोई कैदी रुपए ना दें तो उसका ट्रांसफर तक कर दिया जाता है….सूत्रों के मुताबिक खान विभाग में हुए महाघूंसकांड के आरोपियों को भी जेल में हर सुविधा उपलब्ध है….मामले में निलंबित प्रमुख शासन सचिव अशोक सिंघवी को जेल में सभी सुविधाएं मोटी रकम के बदले उपलब्ध कराई गई थी…. बाद में सिंघवी ने सेटिंग करके जयपुर जेल में ट्रांसफर करवा लिया ….हाल ही जेल का एक ताजा मामला सामने आया है… कि जेल में दो गिरोह सक्रिय है…. एक सज्जाद सराड़ी का और दूसरा दिलीपनाथ का….जिन्होंने दो अपराधियों राजवीर और लोकेश पालीवाल के बीच चल रहे विवाद को खत्म करवा दिया…जिस पर जेल प्रशासन ने दो लाख रुपए की मांग की …वहीं दिलीपनाथ के मना करने पर जेल प्रशासन ने उसका बांसवाड़ा ट्रांसफर कर दिया….ऐसी कई मामले है जो जेल प्रशासन और अपराधियों के बीच चल रहे है…..कहते है कि अपराध की सजा देने के लिए कानून की नजर में जेल सबसे सही जगह और तरीका है….लेकिन यहां कानून के रक्षक ही भक्षक बनकर इन अपराधियों के हौसले और बढ़ा रहे है … तो ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जेल सजा है या मजा……….देखिए जेल के अंदर की कुछ तस्वीरें….
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