बाड़मेर, राजस्थान दिवस समारोह मंे होंगे कई आयोजन
-थार महोत्सव की तर्ज पर कला एवं संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम शामिल
बाड़मेर, 17 मार्च। राजस्थान दिवस समारोह को मेघा फेस्टिवल के रूप मंे मनाते हुए राजस्थान की कला, संस्कृति, पुरातत्व, इतिहास, परंपरा, खेल, लोक गीत एवं नृत्य को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। राजस्थान दिवस समारोह की तैयारियांे को लेकर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे गुरूवार को आयोजित बैठक के दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कार्यक्रमांे के दौरान अधिकाधिक लोगांे की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि 25 से 30 मार्च के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमांे मंे राजस्थान के विभिन्न परम्परागत एवं ग्रामीण खेलों को शामिल किया जाए। उन्हांेने कहा कि राजस्थान दिवस समारोह के दौरान होने वाले कार्यक्रमांे का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने राजस्थान दिवस समारोह के दौरान आयोजित होने वाले प्रस्तावित कार्यक्रमांे के बारे मंे जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि इस दौरान कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रमांे का आयोजन किया जाएगा। जिला मुख्यालय पर 28 से 30 मार्च तक जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय मंे विकास प्रदर्शनी लगाई जाएगी। राजस्थान दिवस समारोह के दौरान 29 मार्च को परंपरागत खेलकूद प्रतियोगिताएं कबड्डी, रस्साकसी, कुश्ती, सितोलिया,चेयर रेस प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। प्रस्तवित कार्यक्रम के अनुसार 30 मार्च को प्रातः गांधी चौक से शोभायात्रा रवाना होकर आदर्श स्टेडियम मंे पहुंचेगी। जहां थार महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताएं मटका दौड़, मूंछ प्रतियोगिता, दादा पोता दौड़ आयोजित होगी। इस दौरान सेना का बैंड एवं सीमा सुरक्षा बल के कैमल सफारी विभिन्न प्रकार की मनमोहक प्रस्तुतियां देंगे। बैठक के दौरान काफट बाजार, नाइट बाजार स्थानीय स्टेशन रोड़ स्थित हाई स्कूल मंे लगाने के निर्देश दिए गए। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम मंे बाड़मेर जिले के विभिन्न स्थानांे से आए कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे। बैठक के दौरान भक्ति संध्या, आतिशबाजी, होर्डिग्स लगवाने, सरकारी भवनांे सर्किलांे, कार्यालयांे की सजावट करने, रंगोली एवं मेहंदी प्रतियोगिता, गेर दलांे की प्रस्तुति, घुड़दौड़ एवं उंट दौड़ के आयोजन, राजस्थानी गीत तथा नृत्य प्रतियोगिता समेत विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करने के बारे मंे विचार विमर्श किया गया। बैठक मंे उद्यमी पुरूषोतम खत्री, ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के विक्रमसिंह ने परंपरागत कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के कार्यक्रम आयोजित करने तथा ग्रामीणांे की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने की जरूरत जताई। बैठक के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस, उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा, सीमा सुरक्षा बल के उप कमाडेंट शेरसिंह, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक घनश्याम गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी गोरधनलाल सुथार, कैलाशचंद तिवाड़ी, विकास अधिकारी नवलाराम चैधरी, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेन्द्र तनसुखानी, नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक ओमप्रकाश जोशी, अधिशाषी अभियंता सूराराम, सोनाराम चौधरी समेत कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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