गुरुवार, 10 मार्च 2016

वायरल सच: कन्हैया के बारे में फैल रही इस तस्वीर और मैसेज की सच्चाई क्या है?

वायरल सच: कन्हैया के बारे में फैल रही इस तस्वीर और मैसेज की सच्चाई क्या है?


नई दिल्ली: जब से जेएनयू कैंपस में देश विरोधी नारे और कन्हैया पर देशद्रोह का आरोप लगा है तब से हर रोज कन्हैया की कोई फोटो या कोई मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होता हुआ दिखता है. आज बात करेंगे कन्हैया की उस फोटो की जिसमें वो एक महिला के साथ दिखाई दे रहा है. उस फोटो के जरिए कन्हैया और जेएनयू पर तीखे हमले किए जा रहे हैं लेकिन सच क्या वो आप इस रिपोर्ट को देखने के बाद तय कीजिएगा.

पिछले 2-3 दिनों से सोशल मीडिया पर कन्हैया का ये फोटो वायरल हो रहा है. कन्हैया सोफे पर बैठा हुआ है और उसके साथ दिखाई दे रही महिला को कन्हैया की शिक्षिका बताया जा रहा है.

इस फोटो के साथ एक मैसेज भी है जिसमें लिखा है
ये है जेएनयू की पढ़ाई
यहां शिक्षिका विद्यार्थी की गोद बैठ कर पढ़ाती हैं.. लाल सलाम

तेजी से वायरल हो रही इस तस्वीर में कन्हैया और महिला के बैठने के तरीके को लेकर लोग बेहद अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं. हर्ष, अनुराग, विशाल और दीपक सुमन जैसे एबीपी न्यूज के कई दर्शकों ने हमें ये तस्वीर भेजकर इसका सच जानना चाहा.

एबीपी न्यूज ने जब इस तस्वीर की पड़ताल की तो सामने आया कन्हैया के साथ दिख रही ये महिला उसकी टीचर नहीं बल्कि जेएनयू में ही एम फिल की पढ़ाई कर रही सौम्या मणि त्रिपाठी है. खास बात ये है कि ये तस्वीर किसी और ने नहीं बल्कि दोस्ताना अंदाज में कन्हैया के साथ तस्वीर खिंचवाने के बाद खुद सौम्या ने फेसबुक पर अपलोड की थी. सौम्या ने 5 मार्च को ये दो तस्वीरें फेसबुक वॉल पर डाली थी और लिखा था कि बिहार के दो लोगों ने मेरा दिन बना दिया. एक तस्वीर कन्हैया के साथ थी जबकि दूसरी तस्वीर मनोज बाजपेयी की थी. लेकिन कुछ शरारती लोगों ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया कि ये कन्हैया की टीचर की है और दोनों के बीच छात्र-अध्यापिका से अलग रिश्ता है.

इस विवाद के बाद सौम्या ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है कुल बातें साफ कर दूं क्योंकि जरूरी है मेरे एक फोटो को इस्तेमाल करके मुझे और मेरे दोस्त को बदनाम करने की कोशिश चल रही है. सबसे पहले मैं प्रोफेसर नहीं हूं मैं एक रिसर्च स्कॉलर हूं और अपने दोस्त के साथ बैठकर फोटो खिंचवाने में मुझे कुछ गलत नहीं लगा. जो लोग इस गंदी भद्दी साजिश का हिस्सा है उनकी मानसिकता पर सिर्फ तरस आता है. ये उसी सोच का हिस्सा हैं जहां लोग कैंपस में 3 हजार कॉन्डोम गिनकर हमारा चरित्र हनन करते हैं.

कन्हैया ने सौम्या के साथ फोटो खिंचवाई जरूर थी लेकिन जिस तरह इस फोटो को वायरल किया जा रहा है वो गलत है. एबीपी न्यूज की पड़ताल में ये झूठी साबित हुई है.

अगर आपके पास भी ऐसा कोई वायरल मैसेज फोटो या वीडियो है जिसके सही होने पर आपको शक है तो एबीपी न्यूज को viralsach@abplive.in पर भेज दीजिए. हम उस वायरल खबर की पड़ताल करेंगे.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें