मंगलवार, 1 मार्च 2016

अलवर.तीन पीढिय़ों के कलाकारों ने एक साथ की भपंग पर जुगलबंदी



अलवर.तीन पीढिय़ों के कलाकारों ने एक साथ की भपंग पर जुगलबंदी
मंगलवार की दोपहर आईएमए हॉल में मेवात क्षेत्र की ख्याति नाम 20 कलाकारों ने एक साथ भपंग वादन की जुगलबंदी प्रस्तुत की, जिसका दर्शकों ने तालियां बजाकर स्वागत किया।



इस प्रस्तुति में तीन पीढि़यों के कलाकार एक साथ भपंग वादन कर रहे थे। इनमें सबसे कम उम्र का पांच वर्षीय कलाकार अमन खां था जो जहूर खां मेवाती के पड़पौते हैं।



इस जुगलबंदी में महमूद खान मेवाती, युसुफ खान, जाकिर खा, असरू, कमरूदीन, शाहजाद, अहमद, मेनीजर, सरीफ, राहुल, आजाद और इरफान थे।



लोक कलाकारों ने गाए लोकगीत


भपंग वादन की कार्यशाला के समापन पर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में बाबू लाल पथरोडि़या ने शिवजी भगवान का ब्यावला, असलम भारती ने कव्वाली, शाहजाद भारती ने मेवाती गीत, कमरुदीन ने गणगौर गीत, आजाद जोगी ने भात, नत्थी राम ने भर्तृहरि लोक गीत, कहकशा और मैनीजर जोगी ने लोक गीत प्रस्तुत किया।







ढोलक पर संगत मजीद खा, इब्राहिम और रमजान, नगाड़े पर छलिया राणा और शहजाद आदि ने संगत की। अंत में महमूद खां मेवाती ने आभार जताया।



मेवात की समृद्ध विरासत को संरक्षण की आवश्यकता



कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व शिक्षा उप निदेशक कमलेश शर्मा ने कहा कि मेवात की समृद्ध संस्कृति और कला है जिसे सरकार को संरक्षण की आवश्यकता है। जीवन की हर विद्या में लोक संस्कृति जुड़ी हुई है।



समारोह की अध्यक्षता कर रहे हरिशंकर गोयल ने कहा कि अलवर जिले में भपंग की चौथी पीढ़ी वादन कर रही है जिसने अलवर जिले का नाम गौरान्वित किया। कार्यक्रम में मुंशी खान ने भी विचार व्यक्त किए। समारोह में मंच संचालन के लिए धर्मवीर शर्मा को सम्मानित किया गया।

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