सुमेरपुर, एक ही पैर में 4 फैक्चर के बावजूद दुसरे दि नही चलने लगा मरीज
मरीज फालना में हुआ था दुर्धटना का षिकार, कई कीर्तिमान किए स्थापित, कविराज आॅर्थोपेडिक संेटर में दे रहे है अपनी सेवाएं
सुमेरपुर, 10 मार्च/ फालना में खुडाला के एक व्यक्ति की दुर्घना में एक ही पैर में 4 फैक्चर हो गए। दुर्घना होने के बाद व्यक्ति सुमेरपुर के जे के हाॅस्पिटल एण्ड कविराज आर्थोपेडिक सेंटर में डाॅ सोमेद्र कविराज से मिला। जिसके बाद डाॅ कविराज ने मरीज राकेष चैधरी पुत्र चैनाराम की हालत को देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार कर उसकी स्थिति को देखा स्थिर किया। जिसके बाद डाॅ कविराज ने मरीज का एक्स - रे करवाएं। जिसमें उन्हें पता चला कि दाहिने कूल्हे, दाहिनी जांघ की हडडी व दाहिने पैर की दोनों हडिडयों का फे्रक्चर था। मरीज चैधरी के दाहिने कूल्हे से टखने तक 4 फै्रक्चर था। उसके बाद डाॅ कविराज ने मरीजा का तुरंत आॅपरेषन करने का निर्णय लिया। डाॅ कविराज ने एक ही आॅपरेषन में चारों फै्रक्चरों का आॅपरेषन कर राकेष को दूसरे दिन चला कर हाॅस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। डाॅ कविराज ने बताया कि नई तकनीक से राकेष चैधरी के पैर के 4 फै्रक्चर का छोटे चीरे से सफल आॅपरेषन किया गया।
किर्तिमान किया स्थापित
जेके हाॅस्पिटल एण्ड कविराज आर्थोपेडिक सेंटर के डाॅ सोमेंद्र कविराज ने पूर्व में भगवान महावीर हाॅस्पिटल में ऐसे कई सफल आॅपरेषन ( एक मरीज में कई जटिल फै्रक्चर ) कर तथा अनेक घुटनों व कूल्हों का प्रत्यारोपण कर (नी व हिप रिप्लेसमेंट ) एक कीर्तिमान स्थापित किया।
जर्मनी व साउथ अफ्रीका से सीखी नई तकनीकें
डाॅ सोमेंद्र कविराज ने भगवान महावीर हाॅस्पिटल से त्याग पत्र देकर जर्मनी, साउथ अफ्रीका जाकर आॅर्थोपेडिक में नई तकनीकि सीखी। जिसके बाद वह जिम्बाब्वे, जम्बियाव तन्जनिया जाकर अनेक नी व हिप रिप्लेसमेंट किए । उनके बाद डाॅ कविराज स्वदेष आकर अपना कविराज आर्थोपेडिक संेटर बनाकर अपनी सेवाएं दे रहें है।
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