सुजानगढ़.चश्मदीद गवाह बोला-आनंदपाल ने 12 बोर की बंदूक से सेल्समैन का यूं किया था मर्डर
क्षेत्र के बहुचर्चित गनोड़ा हत्याकांड के चश्मदीद गवाह ने शनिवार को पेशी पर आए प्रकरण से जुड़े चार आरोपितों के समक्ष न्यायालय में अपने बयान दर्ज करवाए। प्रकरण के गवाह गांव मंूदड़ा निवासी रामनिवास कोठ्यारी ने अपर जिला एवं सेशन न्यायालय को बताया कि वो गनोड़ा शराब ठेके के चार भागीदारों में से एक है।
29 जून 2011 को सुजागढ़ की ओर से दो गाडिय़ां आई। एक गाड़ी में रामसिंह, मंजीत सिंह, विक्की सिंह, आनंदपाल सिंह व बलबीर बानूड़ा तथा दूसरी गाड़ी में छोटूसिंह, प्रतापसिंह पाण्डुराई, केडी चारण व दो-तीन अन्य बैठे थे। गाड़ी को महावीर सिंह चला रहा था।
गवाह रामनिवास ने बताया कि आनंदपाल के पास 12 बोर बंदूक व एक के पास माउजर थी। रामसिंह के इशारे पर आरोपितों ने ठेके पर गोलीबारी की जिससे ठेके का सेल्समैन राकेश घायल हो गया। अस्पताल पहुंचाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस हत्याकांड से जुड़े रामसिंह, मंजीतसिंह, विकीसिंह, आनन्दपाल, प्रतापसिंह, केडी चारण, मोंटीसिंह, बलवीर बानूड़ा को गिरफ्तार कर चुकी है। गांव परावा निवासी छोटू सिंह अभी गिरफ्त से दूर है।
शनिवार को पुलिस ने हत्याकांड से जुड़े आरोपित रामसिंह, महावीर सिंह को चूरू जिला कारागार से तथा प्रतापसिंह पाण्डुराई व मंजीत सिंह को अजमेर की उच्च सुरक्षा कारागार से कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया। इस दौरान कड़ी सुरक्षा रही। सरकार की अपर लोक अभियोजक कुंभाराम आर्य ने पैरवी की।
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