सोमवार, 22 फ़रवरी 2016

बाडमेर नरेगा कार्याें मंे फर्जीवाड़ा,पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज



बाडमेर नरेगा कार्याें मंे फर्जीवाड़ा,पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज
-जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बिशाला ग्राम पंचायत मंे चल रहे नाडी खुदाई कार्याें का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान भारी अनियमितताएं पाए जाने पर संबंधित कनिष्ठ तकनीकी सहायक, ग्रामसेवक समेत पांच लोगांे के खिलाफ ग्रामीण पुलिस थाना मंे मामला दर्ज कराया गया है। जिला कलक्टर शर्मा के पहली मर्तबा आकस्मिक निरीक्षण करने पर महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत चल रही अनियमितताआंे का खुलासा हुआ।

बाडमेर, 22 फरवरी। बाड़मेर जिले की विशाला ग्राम पंचायत मंे नाडी खुदाई कार्याें मंे भारी अनियमितता पाए जाने पर जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर सुधीर शर्मा के निर्देशानुसार संबंधित कनिष्ठ तकनीकी सहायक, ग्रामसेवक, ग्राम रोजगार सहायक समेत पांच लोगांे के खिलाफ ग्रामीण पुलिस थाना, बाड़मेर मंे मामला दर्ज कराया गया है। जिला कलक्टर शर्मा ने 9 फरवरी को विशाला ग्राम पंचायत मंे नरेगा कार्याें का आकस्मिक निरीक्षण किया था। इस दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर वहां चल रहे कार्याें की विस्तृत जांच भी कराई गई।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने विशाला ग्राम पंचायत मंे 9 फरवरी को महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत चल रहे सोमासर नाडी एवं धोधड़ा नाडी खुदाई कार्य का आकस्मिक निरीक्षण किया था। इस दौरान इस दौरान कई अनियमितताएं सामने आई। इस पर उन्हांेने अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच को इन कार्याें की विस्तृत जांच करवाने के निर्देश दिए। इन कार्याें की अधिशाषी अभियंता बाबूलाल सेठिया ने विस्तृत जांच की। जांच के दौरान सोमासर नाडी मंे हुई खुदाई कार्याें संबंधित माप पुस्तिका मंे 1479.12 क्यूबिक मीटर मिट्टी की खुदाई होना दर्ज था। जबकि वास्तव में 214.19 क्यूबिक मीटर खुदाई ही पाई गई। इसी तरह धोधडा नाडी खुदाई कार्य की माप पुस्तिका मंे 919.74 क्यूबिक मीटर खुदाई होना दर्ज था। जबकि मौके पर मात्र 38.01 क्यूबिक मीटर खुदाई पाई गई। जांच के दौरान माप पुस्तिका का अवलोकन करने पर पता चला कि दोनांे कार्याें के एवज मंे 5 लाख 5 हजार 511 रूपए का भुगतान किया गया। जबकि दोनों कार्यो पर ही कुल वास्तविक कार्य 50 हजार 942 रूपए का कार्य ही हुआ है। इस तरह माप पुस्तिका में वास्तविकता से अधिक कार्य दर्ज कर अधिक भुगतान उठाया गया। जांच से पता चला कि इन कार्याें पर भुगतान पूर्व नियमानुसार जिन-जिन सक्षम अधिकारियों की ओर से निरीक्षण किया जाना था, निरीक्षण भी नहीं किया गया। इन कार्याें की कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत थी। जांच के दौरान इन कार्याें मंे भारी वित्तीय अनियमितता एवं माप पुस्तिका मंे गलत इन्द्राज कर वास्तविक कार्य से अधिक भुगतान उठाने का खुलासा हुआ।

विस्तृत जांच मंे अनियमितताएं सामने आने के बाद जिला कलक्टर ने विशाला ग्राम पंचायत के ग्राम सेवक गजेन्द्रसिंह, कनिष्ठ तकनीकी सहायक बृजमोहन प्रजापत, ग्राम रोजगार सहायक दिलीप कुमार, संबंधित मेट चनणाराम एवं दीपाराम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। इस पर बाड़मेर ग्रामीण पुलिस थाना मंे इनके खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी भादसं मंे मामला दर्ज किया गया है।

प्रत्येक नाडी कार्य का होगा निरीक्षणः महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत नाडी खुदाई कार्याें मंे अनियमितता सामने आने के बाद अब प्रत्येक नाडी कार्याें का आवश्यक रूप से आकस्मिक निरीक्षण होगा। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा एवं अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच प्रत्येक नाडी कार्य का कम से कम मर्तबा आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। जिला कलक्टर शर्मा ने अन्य विभागीय अधिकारियांे को उनको आवंटित निरीक्षण के लक्ष्यांे के अनुरूप आकस्मिक निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्हांेने बताया कि संबंधित अधिकारियांे को निर्देश दिए गए है कि वे नियमित रूप से श्रम प्रधान कार्याें का निरीक्षण करें, ताकि उसमंे किसी तरह की अनियमितता नहीं हो। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने भी बाड़मेर प्रवास के दौरान नाडी खुदाई कार्याें के बजाय स्थाई प्रवृति के कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत स्वीकृत करने के निर्देश दिए थे।

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