बुधवार, 24 फ़रवरी 2016

चंडीगढ़ हरियाणा शर्मसार! हाई-वे पर रोके वाहन, खेतों में किया रेप



चंडीगढ़ हरियाणा शर्मसार! हाई-वे पर रोके वाहन, खेतों में किया रेप


हरियाणा के मुरथल में महिलाओं के साथ हाई-वे पर छेड़छाड़ और रेप करने का मामला सामने आया है। सोमवार तड़के नेशनल हाई-वे नंबर-1 पर उन वाहनों को रोका गया, जिनमें महिलाएं सवार थीं। उसके बाद उन पर हमला करके महिलाओं को नजदीकी खेतों में ले जाकर उनके साथ रेप किया गया। अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने इन रिपोर्ट्स को अफवाह करार दिया है। पुलिस का कहना है कि ऐसी कोई भी घटना घटित नहीं हुई है। लेकिन चश्मदीदों का कहना है कि करीब 10 महिलाओं ऐसे हमले का शिकार हुई हैं।

नजदीकी खेतों में रेप

अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि करीब तीस से ज्यादा बदमाशों ने सुबह तीन बजे इस घटना को अंजाम दिया। बदमाशों ने दिल्ली-एनसीआर की तरफ जाने वाले वाहनों पर हमला कर दिया। उन वाहनों को आग लगाने की कोशिश की गई। वाहनों से नहीं भाग पाई महिलाओं को खींचकर नजदीकी खेतों में ले गए। उनके कपड़े फाड़ दिए गए और उनके साथ रेप किया गया। कुछ पीडि़ताएं उस वक्त तक खेतों में नग्न ही रही, जब तक उनके पुरुष साथियों ने उन्हें ढूंढ नहीं लिया। नजदीकी गांव हसनपुर और कुराद गांव के लोग पीडि़ताओं की मदद के लिए आगे आए। पीडि़ताओं के लिए कपड़े और कंबल लेकर आए। साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि अधिकारियों ने पीडि़ताओं और उनके परिवार वालों को इज्जत का हवाला देकर रिपोर्ट दर्ज ना करने की सलाह दी है।

पानी के टैंक में बचाई इज्जत

एक चश्मदीद ने बताया कि तीन महिलाओं को सुखदेव ढाबे पर ले जाया गया है। उनके साथ उनके परिवार और पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं। वहां पहुंचे जिला प्रशासन अधिकारियों ने मामले की जांच करने की बजाय पीडि़ताओं को घर ले जाने का सलाह दी है। और कईयों को ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है। सुखदेव ढाबे को भी उन गुड़ों ने निशाना बनाया और उसमें आग लगाने की कोशिश की। स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप की वजह से वे वहां से भाग गए। ढाबे पर हमले के बाद स्थानीय लोग रविवार से ही वहां पर रुके हुए हैं।

पुलिस ने बताया अफवाह

एक अन्य ढाबा मालिक का कहना है कि चार महिलाओं ने उनके ढाबे के पास के पानी टैंक में छुपकर अपने आपको बचाया है। वे सुबह होने तक घंटों उसी टैंक में रही। कई चश्मदीदों ने दावा किया है कि पीडि़ताओं को पुलिस अधिकारियों ने इस मामले की शिकायत न दर्ज करना के लिए कहा है। उनका कहना है कि अब तो जो होना था वह हो गया।

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