सोमवार, 15 फ़रवरी 2016

दीप्ति सरना अपहरण केस : एकतरफा प्यार करता था मास्टरमाइंड देवेंद्र, पढ़ें पूरी कहानी

दीप्ति सरना अपहरण केस : एकतरफा प्यार करता था मास्टरमाइंड देवेंद्र, पढ़ें पूरी कहानी
दीप्ति सरना अपहरण केस : एकतरफा प्यार करता था मास्टरमाइंड देवेंद्र, पढ़ें पूरी कहानी

गाजियाबाद: गाजियाबाद के कविनगर के रहने वाली दीप्ति सरना के अपहरण कांड में पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है। गाजियाबाद पुलिस इस मामले पर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस 1 बजे होगी। दीप्ति नाम की लड़की 10 फरवरी को वैशाली मेट्रो स्टेशन के बाहर से अगवा की गई थी, जिसके दो दिन बाद वह पानीपत से मिली थी।




मानसिक रोगी है देवेंद्र

एनडीटीवी संवाददाता कमाल खान ने बताया कि सारे आरोपी हरियाणा से पकड़े गए हैं। इनका मास्टरमाइंड देवेंद्र है, जो कुरुक्षेत्र जेल से भागा हुआ है। इसके ऊपर 15 हजार का इनाम भी है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि देवेंद्र मानसिक रोगी है। उसने लड़की को पहले कहीं जाते हुए देखा था और उसे लगता था कि यह लड़की उसके लिए बनी है। इसलिए अगवा करने के बाद उसने लड़की को किसी को हाथ भी नहीं लगाने दिया। वह अपनी कल्पना में जीता था। लड़की को इसकी जानकारी नहीं थी। जब पुलिस का प्रेशर ज्यादा हो गया तो उसने लड़की को छोड़ दिया।




बीए पास है देवेंद्र, हिटलर की आत्मकथा है याद

पुलिस पुछताछ में पता चला है कि देवेंद्र बीए पास है। हिटलर की आत्मकथा इसे याद है। वह अपने आपको चंगेज खान का शिष्य बताता है। वेस्टर्न हिस्ट्री के कई हीरो और विलेन से वह प्रभावित है। इसे लगता था कि वह लड़की को अगवा करके अपने प्यार का इजहार करेगा। लड़की मान जाएगी तो उसके साथ नेपाल में शिफ्ट हो जाएगा।




स्नैपडील में काम करती हैं दीप्ति सरना

दीप्ति सरना मशहूर शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। दीप्ति को लेकर स्नैपडील ने #HelpFindDipti के नाम से सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू की थी और लोगों से अपील की थी कि दीप्ति से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी ट्विटर पर डाइरेक्ट मैसेज के जरिये साझा किया जाए।




क्या हुआ था उस दिन

24 वर्षीय दीप्ति शाम को गुड़गांव में स्थित स्नैपडील के ऑफिस से गाजियाबाद अपने घर के लिए निकली थी। रात करीब 8 बजे दीप्ति गाजियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन पर उतरी और हमेशा की तरह शेयरिंग ऑटो लेकर गाजियाबाद के बस स्टैंड की तरफ चल दी ,जहां से उसके पिता या भाई उसे अपने साथ घर ले जाते थे। ऑटो में बैठने के बाद दीप्ति ने अपने घर पर फोन किया और बताया कि वह रास्ते मे हैं। इसके बाद उसने बैंगलुरु में अपने दोस्त को फोन किया, जिसने पुलिस को कथित तौर पर बताया कि ऑटो ड्राइवर दीप्ति को जबरन किसी दूसरी जगह ले जा रहा था और दीप्ति उसे ऐसा करने पर डांट रही थी। इसके बाद से दीप्ति का फोन बंद हो गया था।

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