ब्यावर, शिक्षक विद्यार्थी की जिज्ञासा को समझें - प्रो. वासुदेव देवनानी
48वें राज्य स्तरीय विज्ञान, गणित, पर्यावरण प्रदर्शनी एवं जनसंख्या शिक्षा मेलेें का समापन समारोह आयोजित
ब्यावर, 21 जनवरी। शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि विद्यार्थियों में अपार संभावनाएं मौजूद है जिन्हें निखारने व अवसर देने की आवश्यकता है, शिक्षक विद्यार्थियों की जिज्ञासा का दमन ना करें बल्कि उनकी जिज्ञासा का समाधान कर उन्हें नई उंचाईयां प्राप्त करने में सहयोग करें।
प्रो.देवनानी आज राजकीय पटेल उच्च माध्यमिक विद्यालय ब्यावर में 48वें राज्य स्तरीय विज्ञान, गणित,पर्यावरण प्रदर्शनी एवं जनसंख्या शिक्षा मेले के समापन समारोह को संबोधित करे रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान के विद्यार्थियों में अपार संभावनाएं मौजूद है उनकी निपुणता को पूरे विश्व ने सराहा है अतः विद्यालयों में मौजूद प्रतिभाओं को अवसर प्रदान कर निखारने की आवश्यकता है। शिक्षक को विद्यार्थी की विभिन्न जिज्ञासाओं का वैज्ञानिक समाधान प्रस्तुत करते हुए उसकी जिज्ञासा का शांत करना चाहिए, क्योंकि वर्तमान पीढी प्रत्येक बात का वैज्ञानिक आंकलन कर उसका समाधान चाहती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसंुधरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्रा में कई क्रांतिकारी परिवर्तन किए जा रहे है जिससे अभिभावकों में निजी विद्यालयों की अपेक्षा सरकारी विद्यालयों के प्रति विश्वास में वृद्धि हुई है। इससे पहले सरकारी विद्यालयों में प्रतिवर्ष नामांकन में 4 लाख की कमी आ रही थी लेकिन अब स्थिति बदली है सरकारी विद्यालयों में 8 लाख से अधिक नामांकन में वृद्धि हुई है जो इस बात का प्रमाण है कि सरकारी विद्यालयों का शैक्षिक वातावरण एवं परीक्षाओं का परिणाम बेहतर हुआ है। साथ ही उन्होंने बताया कि विद्यालयों में विज्ञान संकाय व लैब स्थापित किए गए है साथ ही विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्तियां भी की जाएगी। व्याख्याताओं के 13 हजार पद सृजित किए गए है जिससे आगामी सत्रा में 13 व्याख्याता मिल सकेंगे।
प्रो. देवनानी कहा कि बाल वैज्ञानिकों का यह मेला इस बात को दर्शाता है कि आज का युग विज्ञान का युग है और विज्ञान से ही विकास के सर्वांगीण लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। इसी कारण प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में पूर्व राष्ट्रपति व मिसाईलमैन प्रो. अब्दुल कलाम आजाद के जन्मदिवस को विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा के नये पाठ्यक्रम में भारतीय प्राचीन वैज्ञानिक सोच व वैज्ञानिकों के जीवन को भी समाहित करते हुए आर्यभट्ट, सी.वी.रमन एवं भास्कराचार्य जैसे वैज्ञानिकों के बारे में पढाया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश स्तरीय आयोजन के लिए राजकीय पटेल उच्च माध्यमिक विद्यालय, भामाशाह, शिक्षकों, प्रबुद्धजनों, अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए आगामी वर्ष की योजनाएं व लक्ष्य हेतु संकल्पित होकर कार्य करने की बात कही।
विधायक श्री शंकरसिंह रावत ने कहा कि विद्यालयों में होने वाले शैक्षिक, सहशैक्षिक, खेलकूद व सांस्कृतिक आयोजन से प्रतिभाओं को निखार कर उनकी योग्यता का समुचित उपयोग समाज व राष्ट्र के कल्याण के लिए किया जा सकता है। ब्यावर में इस राज्य स्तरीय मेले के सफल आयोजन से क्षेत्रा को शैक्षिक गतिविधियांे के मामले में नई पहचान मिलेगी। उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए शिक्षकों, भामाशाहों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी।
समारोह में मेला संयोजक एवं प्रधानाचार्य श्री राजेश जिंदल ने मेला प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि 18 से 21 जनवरी तक आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश के 28 जिलों के 269 बाल वैज्ञानिक एवं 101 प्रभारी शिक्षक शामिल हुए। राज्य स्तरीय विज्ञान, गणित,पर्यावरण प्रदर्शनी एवं जनसंख्या शिक्षा मेला 6 थीम पर वरिष्ठ एवं कनिष्ठ वर्ग में आयोजित किया गया जिसमें वरिष्ठ वर्ग में 96 एवं कनिष्ठ वर्ग में 79 माॅडल प्रदर्शन हेतु रखे गए। उन्होंने बताया कि इस मेले का विभिन्न राजकीय व निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों, शिक्षकगण, प्रबुद्ध जन एवं गणमान्य नागरिकों समेत लगभग 10 हजार से अधिक लोगों ने अवलोकन किया जो इसकी अभूतपूर्व सफलता का परिचायक है। इस चार दिवसीय आयोजन के दौरान क्विज, पोस्टर, सेमीनार आदि शैक्षिक कार्यक्रमों के साथ विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी हुआ। उन्होंने मेले की सफलता के लिए एसआईईआरटी उदयपुर, श्रीसीमेन्ट लि. एवं भामाशाहों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। अतिथियों का साफा, माला एवं स्मृतिचिन्ह देकर स्वागत व अभिन्नदन किया गया। समारोह में छावनी बालिका विद्यालय की बालिकाओं ने वन्देमातर्म गीत एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। समारोह में विद्यार्थियों व शिक्षकों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर प्रधान श्रीमती गायत्राी देवी रावत, जिला शिक्षा अधिकारी श्री सुशील कुमार गहलोत, डाॅ.डी.एन.डाणी, शिक्षाविद् महावीर प्रसाद वर्मा, निदेशक एसआईईआरटी श्रीमती विनीता बोहरा, विद्यार्थी,शिक्षकगण एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
फेल की नई परिभाषा, ‘‘सीखने का प्रथम प्रयास’’
शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो.वासुदेव देवनानी ने अपने समापन समारोह में विद्यार्थियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि फेल (थ्।प्स्) शब्द की नई परिभाषा ‘‘फस्र्ट एटेम्ट इन लर्निंग’’ है जिसका अर्थ है ‘‘सीखने का प्रथम प्रयास’’। अतः सदैव प्रयत्न करें सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए विद्यार्थियों ने अपने माॅडल्स प्रस्तुत किए है लेकिन सभी को पुरस्कार मिलना संभव नही है, जो पुरस्कृत हो रहे हैं वे बधाई के पात्रा है और जो पुरस्कृत ना हुए है वे और ज्यादा परिश्रम कर लक्ष्य को प्राप्त करें।
माॅडल्स का किया अवलोकन
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज प्रातः राजकीय पटेल उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों के विभिन्न विषयों पर बनाएं गए माॅडल्स की जानकारी लेकर उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने विभिन्न कक्षों में जाकर माॅडल देखे और उनके बारे में विद्यार्थियों से विस्तृत जानकारी भी ली। इस अवसर पर उन्होंने बाल वैज्ञानिकों व शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने अथक परिश्रम से विभिन्न विषयों पर माॅडल बनाएं है जो इनकी वैज्ञानिक सोच के परिचायक है। विद्यार्थियों ने विज्ञान के माध्यम से शहर में कचरा निस्तारण, सौर उर्जा का उपयोग, स्मार्ट सिटी आदि को बसूबी प्रस्तुत किया है, जिससे भविष्य में कई स्थानीय समस्याओं का निस्तारण की संकल्पना भी साकार हुई है।
पुस्तकालय हाॅल का किया लोकार्पण
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने राजकीय पटेल उच्च माध्यमिक विद्यालय में पुस्तकालय हाॅल के जीर्णोद्धार कार्य के पूर्ण होने के बाद उसका फीता काटकर लोकार्पण किया। उन्होंने पुस्तकालय भवन के जीर्णाेद्धार में सहयोग देने के लिए भामाशाहों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुस्तकालय की सुविधाजनक व्यवस्थाओं से विद्यार्थियों को अध्ययन में काफी सुविधा मिलेगी। इस मौके पर विधायक श्री शंकरसिंह रावत, प्रधानाचार्य श्री राजेश जिन्दल समेत कई शिक्षक व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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