सोमवार, 11 जनवरी 2016

विद्यार्थी के भविष्य निर्माता बनें शिक्षक- प्रो. देवनानी



विद्यार्थी के भविष्य निर्माता बनें शिक्षक- प्रो. देवनानी
शिक्षा राज्य मंत्राी ने किया पण्डित दीनदयाल उपाध्याय एवं स्वामी विवेकानन्द की

प्रतिमाओ ंका अनावरण

राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद ने किया प्रो. देवनानी का अभिनन्दन


अजमेर 11 जनवरी। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के भविष्य निर्माता बनें। युवा देश का भविष्य है। शिक्षक उन्हें तराश कर सुयोग्य नागरिक बनाएं। विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानन्द और पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरूषों के जीवन से सीख लेने की प्रेरणा दें।

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज तोपदड़ा स्थित शिक्षा उपनिदेशक माध्यमिक कार्यालय में पण्डित दीनदयाल उपाध्याय एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा) द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह को भी संबोधित किया।

शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों और विद्यार्थियों को हरसंभव सुविधा उपलब्ध करा रही है। अब शिक्षकों का दायित्व है कि वे देश के लिए सुयोग्य नागरिक और विद्यार्थी तैयार करें। विद्यार्थियों को शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित ना रहे बल्कि उन्हें वास्तविक ज्ञान की प्राप्ति हो ताकि वे जीवन में प्रगति पथ पर अग्रसर हो सके।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति के खिलाफ उच्च स्तर तक सहमति बन चुकी है। विद्यार्थियों को आठवीं में कड़ी प्रतिस्पर्धा झेलनी होगी ताकि वे आगामी कक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सके।

उन्होंने शिक्षकों से कहा कि स्कूलों के छात्रा कोष केवल फिक्स डिपोजिट करने के लिए नहीं हैं बल्कि उनका छात्रा हित मंे उपयोग भी करना चाहिए। राज्य सरकार ने विद्यालयों की लाईब्रेरी के लिए भगवत गीता सहित अन्य उपयोगी पुस्तकें उपलब्ध करवायी है। विद्यार्थियों को उनका उपयोग करना सिखाएं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि शिक्षक वर्ग समाज के निर्माण में अपनी भूमिका को और बढ़ाएं। गुरू शिष्य परम्परा को और ज्यादा महत्व मिलें। गुरू चाणक्य की भूमिका में रहें और शिष्यों को चन्द्रगुप्त के रूप में तैयार करें। अध्यक्ष श्री अरविन्द यादव ने पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति लगवाने पर प्रो. देवनानी को साधुवाद दिया। इस अवसर पर विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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