श्रीगंगानगर अश्लील वीडियो बनाया और किया ब्लैकमेल
श्रीगंगानगर. आढ़त व्यापारी को फोन से घर बुलाकर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने की आरोपी युवती और युवक को पुरानी आबादी पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरोह में अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। गिरफ्तार किए दोनों आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
पुरानी आबादी थाना के जांच अधिकारी हवलदार राकेश शर्मा ने बताया कि आरोपी 27 बीबी मक्कासर निवासी कश्मीरसिंह पुत्र चंदसिंह जटसिख और मिर्जेवाला निवासी माया कुम्हार पुत्री चंदूलाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि परिवादी डेलवां निवासी धर्मजीतसिंह पुत्र तारासिंह जटसिख ने 12 दिसंबर को थाना में रिपोर्ट दी थी। इसमें आरोप लगाए थे कि उसको एक अज्ञात महिला कई दिनों से फोन कर गंगानगर बुला रही थी। 11 दिसंबर को वह गंगानगर पहुंचा तब उसे कुंज बिहार सेकंड फेज स्थित एक मकान में मिलने के लिए बुलाया गया। वह मकान में पहुंचा तब उसके साथ तीन चार अन्य व्यक्ति भी थे। उन्होंने परिवादी को बंधक बना लिया और मारपीट की। इसके बाद मकान मे मौजूद युवती के साथ परिवादी की आपत्तिजनक वीडियो बना लिए। इसके बाद उसको ब्लैकमेल किया गया। उससे दस लाख रुपए नकद मांगे गए। उसने इसमें असमर्थता जताई तब परिवादी को दुर्गा मंदिर मार्केट ले जाकर एक स्टांप विक्रेता के यहां से सौ सौ रुपए के दो स्टांप खरीदे गए। उन पर आरोपियों ने परिवादी के हस्ताक्षर करवा लिए। पुलिस ने इस मुकदमे में आरोपी महिला और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है।
मुनीम और बेटे को करवाया फोन
जांच अधिकारी शर्मा ने बताया कि परिवादी को पूरी तरह काबू करने के बाद उससे मुनीम के पास फोन कराकर दस लाख रुपए तत्काल गंगानगर भिजवाने के लिए कहलवाया गया। मुनीम ने बताया कि दुकान पर एक लाख रुपए ही नकद हैं इसलिए सारी रकम का इंतजाम नहीं हो सकेगा। इस पर मुनीम से एक लाख रुपए नकद और तीन खाली चेक लेकर गंगानगर आने के लिए कलवाया गया। इसके बाद आरोपियों की ओर से फिल्माई वीडियो क्लिप को परिवादी के बेटे के मोबाइल पर भेजा गया। उसको फोनकर दस लाख रुपए का इंतजाम करने का कहा गया।
पीडि़त आरोपियों के चंगुल से भाग छूटा
थाना प्रभारी अवधेश सांधू ने बताया कि परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि 12 दिसंबर की सुबह उसका बेटा रुपए लेकर गंगानगर आ रहा था। इधर से आरोपी पीडि़त को जीप में बैठाकर कुंज विहार से पदमपुर रोड की ओर रवाना हो गए। पीडि़त ने बताया कि पदमपुर रोड पर पहुंचते ही उसे मौका मिला और वह जीप से छलांग लगाकर भाग छूटा। आरोपियों की लोगों को आते-जाते देख पकडऩे की हिम्मत नहीं हुई। इस कारण अपहरण की साजिश नाकाम हो गई।
कॉल लॉकेशन के आधार पर पकड़े आरोपी
जांच अधिकारी शर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज होते ही घटनास्थल पर कुंज विहार में दबिश दी गई लेकिन मौके पर से सभी आरोपी गायब हो गए। पुलिस ने उस मोबाइल की लॉकेशन को ट्रेकिंग पर लगाया जिससे आरोपिया माया कुम्हार ने परिवादी को फोनकर अपने पास बुलाया था। इसकी लॉकेशन के आधार पर आरोपिया को पकड़ा गया। उससे दूसरे आरोपी का पता चल गया और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।
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