संगरिया भाई ने की भाई की निर्मम हत्या
संगरिया. क्षेत्र के गांव फतेहपुर में मंगलवार को एक व्यक्ति ने अपने भाई की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने अपराध स्वीकार भी कर लिया। एएसआई सीताराम से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव के वार्ड आठ में कृष्णलाल वाल्मीकि (30) पुत्र बलराम घर में अपनी करीब दस वर्षीय पुत्री प्रियंका के साथ रहता था। सोमवार रात उसके साथ उसका छोटा भाई अशोक (28) भी चारपाई पर सोया था। मंगलवार सुबह करीब चार बजे अशोक ने कृष्णलाल पर छुरी से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए तथा बाद में गंडासी से वार करके उसकी निर्मम हत्या कर दी।
कृष्णलाल के घर के पास ही उसके दो अन्य भाइयों के भी घर हैं। सुबह पास रह रहे दो भाई उसे मेहनत-मजदूरी के लिए बुलाने आए तो अशोक ने दरवाजा नहीं खोला। उसका कहना था कि पुलिस के आने पर ही वह दरवाजा खोलेगा। उसने प्रियंका की गर्दन पर छुरी रखकर कहा कि यदि किसी ने दरवाजा खोलने की कोशिश की तो वह प्रियंका की हत्या कर देगा। इस पर पुलिस को मौके पर बुलाया गया तो आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया। अशोक को मौके पर पुलिस ने गिर?तार कर लिया।
मृतक के ताऊ के बेटे रामप्रताप उर्फ पप्पू ने हत्या का मामला दर्ज कराया है। उसने पुलिस को बताया कि भतीजी प्रियंका, भाई अशोक व कृष्ण सोमवार शाम को कमरे में सोये थे। सुबह सात बजे जगाने गया तो आवाज लगाने पर कृष्ण नहीं बोला व अशोक ने कहा कि मैंने तो कृष्ण को मार दिया। दरवाजा खोला तो कृष्ण चारपाई पर मृत पड़ा था। पूछने पर भतीजी ने बताया कि चाचा ने मंगलवार करीब चार बजे उसके पिता को गंडासी व छुरी से वार करके मार दिया। पुलिस ने बाद दोपहर राजकीय चिकित्सालय में पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
शराब के नशे में की हत्या
थाना प्रभारी मोहरसिंह पूनियां ने बताया कि मृतक कृष्णलाल की पत्नी दस साल पहले उसे छोड़कर चली गई। तब से वह प्रियंका और अपने छोटे भाई अशोक के साथ घर के एक कमरे में रहता था। उसके दूसरे दो भाई दूसरी तरफ रहते हैं। मेहनत मजदूरी करने वाले भाईयों के सिर पर मां-बाप का साया नहीं है। बताया गया कि अशोक रात को शराब के नशे में था और नशे में ही उसने बिना सोचे-विचारे अपने भाई का कत्ल कर दिया।
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