भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में लापरवाही बरतने पर 14 बड़े निजी अस्पतालों को मिले नोटिस
जयपुर प्रदेश में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में लापरवाही बरतने वालों के लिए सरकार सख्त हो गई है। इस योजना के तहत पात्र परिवारों को इलाज की कैशलैस सुविधा उपलब्ध कराने में लापरवाही बरतने वाले 14 निजी अस्पतालों को चिकित्सा विभाग ने नोटिस जारी कर दिये हैं।
इसमें जयपुर के 13 अस्पताल और एक अलवर का अस्पताल शामिल है। इन अस्पतालों को चेतावनी दी गई है कि उनकी मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष, मुख्यमंत्री सहायता कोष के माध्यम से दी जा रही सहायता भी खत्म कर दी जाएगी।
राजकीय कर्मचारियों के इलाज के लिए अधिस्वीकृत किए गए अस्पतालों का अधिस्वीकरण समाप्त कर दिया जाएगा। वहीं इस योजना में असहयोग करने वाले अस्पतालों को इस योजना में ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा।
पीपीपी पर दिया गया हॉस्पिटल भी
मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने मानसरोवर के जिस अस्पताल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत मेट्रो ग्रुप को दिया, उसे भी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
इन अस्पतालों को दिए नोटिस
सोलंकी हॉस्पिटल अलवर, अभिषेक अस्पताल, भंडारी हॉस्पिटल, दानाशिवम हॉस्पिटल, गर्ग चाइल्ड हॉस्पिटल, साकेत हॉस्पिटल, एसआर कल्ला मेमोरियल हॉस्पिटल, तिलक हॉस्पिटल, फोर्टिस हॉस्पिटल, नारायणा हृदयालया, दुर्लभजी हॉस्पिटल, ईएचसीसी हॉस्पिटल, सोनी मनिपाल हॉस्पिटल, मेट्रो मास हॉस्पिटल
इनका कहना है
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में अधिस्वीकृत होने के बाद पात्र परिवारों को कैशलेस इन्डोर उपचार सेवायें उपलब्ध कराने में लापरवाही बरतने अस्पतालों को नोटिस दिए गए हैं। उनसे जवाब मांगा गया है। इस योजना में असहयोग करने पर संबंधित अस्पतालों को ब्लैक लिस्ट कर उनकी अन्य योजनाओं की संबद्धता भी खत्म कर दी जाएगी।
नीरज के पवन, अतिरिक्त निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन
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