बुधवार, 2 दिसंबर 2015

गुना, मध्य प्रदेश आरोपी हुए बरी तो शहीद SHO की पत्नी ने राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार लौटाने का लिया फैसला



गुना, मध्य प्रदेश आरोपी हुए बरी तो शहीद SHO की पत्नी ने राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार लौटाने का लिया फैसला 


मध्य प्रदेश के गुना ज़िले में एक शहीद पुलिस अधिकारी की पत्नी ने अपने पति को मिले राष्ट्रपति पुरस्कार लौटाने का फैसला लिया है। शहीद की पत्नी ने यह कदम पति की ह्त्या के आरोपियों के अदालत से बरी होने के बाद लिया है।

शहीद थाना प्रभारी वीर सिंह सप्रे की पत्नी रेखा सप्रे ने इस सिलसिले में राष्ट्रपति को पत्र भेजा है, जिसकी सूचना प्रधानमंत्री को भी दी गई है। वीर सिंह को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया था।

शहीद की पत्नी रेखा सप्रे ने आरोप लगाया है कि हत्या में पुलिस और सरकारी लोक अभियोजक ने सही पैरवी नहीं की, जिससे सभी आरोपी बरी हो गये। उन्होंने कहा कि उनके पति को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार दिया गया, लेकिन पुलिस ने अपने साथी की हत्या के प्रकरण मे अपने बयान बदलकर आरोपियों को जानबूझकर फायदा पहुंचाया। ऐसे में वे ये पुरस्कार लौटा रही हैं।
यह थी घटना
यह घटनाक्रम साल 2006 से जुड़ा है। ज़िले में कुम्भराज थाना एसएचओ के पद पर तैनात रहे वीर सिंह एक युवती के दुष्कर्म के एक मामले के सिलसिले में चाचोड़ा इलाके में गए हुए थे। इसी दौरान वहां रह रहे भीलों ने उनपर धारदार हथियारों से हमला बोल दिया।
ख़ास बात ये थी कि जिस इलाके में यह वारदात हुई उस इलाके के थाना प्रभारी अवकाश पर थे। वीर सिंह ने यह परवाह किए बगैर वहां पहुंचकर आरोपियों की धरपकड़ करने की कोशिश की थी।
इसी बीच भीलों ने उनपर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। वीर सिंह के साथ मौके पर गए अन्य पुलिसकर्मी वहां से भाग छूटे। मामले में 25 भील नामजद व शेष अज्ञात थे।

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