टैक्स नही दोगे तो कैसे होगा विकास : CM RAJE
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने महापौर व पार्षदों को नसीहत दी कि वे हर काम के लिए सरकार की तरफ देखना बंद करें। उन्होंने कहा कि यह नहीं सोचना चाहिए कि सरकार है, हमें किसी चीज की चिंता की जरूरत नहीं है।
सरकार पैसे भी दे देगी, सरकार सफाई
भी कर देगी, रास्ते भी बना देगी। सरकार सब काम करेगी। हम चुनकर आकर कुर्सी पर बैठेंगे और देखेंगे। राजे बुधवार को सीतापुरा स्थित जयपुर एक्जीबिशन एण्ड कन्वेंशन सेंटर में तेरहवीं अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस मुनिसिपालिका-2015 के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि जब हिन्दुस्तानी कनाडा जैसे देशों में विकास में अपनी सहभागिता दे सकते हैं, तो भारत में क्यों नहीं। हम प्रोपर्टी टैक्स नहीं देंगे, पानी पर टैक्स नहीं देंगे या रोड टैक्स नहीं देंगे तो शहर का विकास कैसे होगा। उन्होंने महापौर व पार्षदों को कहा कि शहर को साफ व हरा भरा रखने, परिवहन में सुधार करने जैसे
कार्यों के लिए जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की जरूरत है। भले ही इसकी शुरुआत छोटे से हिस्से की जाए, लेकिन इसका इ पैक्ट बड़ा आएगा।
राजे ने कहा कि 1727 में सवाई जयसिंह और विद्याधर ने इस सुंदर शहर की नींव रखी। मिर्जा इस्माइल ने इस सुंदरता को बरकरार रखा। शहरों के विकास के लिए हमें अतीत से सीखने की जरूरत है कि किस तरह इन लोगों ने दूरगामी सोच रखते हुए शहर की नींव रखी। हैरिटेज को बचाने के लिए हमने सबसे पहले संपत्ति विरूपण अधिनियम लागू किया।
इस दौरान राजे ने अरबन इनोवेशन चैलेंज 2015 के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। मु यमंत्री ने 'अर्बन न्यूज डाइजेस्ट' न्यूजलैटर की कॉपी एवं ग्रीन अर्बनाइजेशन से संबंधित पुस्तिका का विमोचन किया। गुड गवर्नेंस इंडिया फाउंडेशन के सलाहकार एवं हुडको के पूर्व सीएमडी वी. सुरेश, फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष एवं अर्बन न्यूज डाइजेस्ट के संपादक-प्रकाशक संजीव अग्रवाल ने स्वागत भाषण दिया।
महापौर निर्मल नाहटा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में उप महापौर मनोज भारद्वाज, एसीएस यूडीएच अशोक जैन, प्रमुख सचिव डीएलबी मंजीत सिंह, नगर निगम आयुक्त आशुतोष ए.टी. पेडणेकर, डीएलबी निदेशक पुरुषोत्तम बियाणी, नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त मुख्यालय राकेश शर्मा सहित विभिन्न शहरों के महापौर व अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में विभिन्न तकनीकी सत्र और प्रदर्शनी भी लगाई गई।
कार्यक्रम में 10 व 11 दिसंबर को भी विभिन्न सत्र होंगे। विरोधियों ने कहा रिसर्जेंट के लिए 20 हजार करोड़ रुपए खर्च कर दिए। राजे ने रिसर्जेंट राजस्थान के आयोजन में सरकारी खर्च पर विरोधियों के बयानबाजी का जवाब दिया और कहा कि विरोधियों ने यह प्रचारित किया कि इस आयोजन में शहर को सुंदर बनाने के लिए 20 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए, जबकि हमने तो जिस एजेंसी को जो जिम्मेदारी थी, उसके अनुसार काम करने के आदेश दिए।
पहले खिंचाई फिर की प्रशंसा
राजे ने पहले महापौर व पार्षदों की खिचाई की और उद्बोधन के अंत में यूडीएच मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, महापौर निर्मल नाहटा व उनके अधिकारियों की टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कहा आप लोगों को जयपुर शहर आज जैसा दिख रहा है, पहले वैसा नहीं था। ये लोग अपने काम में पिछले छह महीनों से लगे हुए हैं। जिससे शहर आज सुंदर नजर आ रहा है।
आधार भूत ढांचे में नए आयाम स्थापित
यूडीएच मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि शहरी आधारभूत ढांचे में सुधार के क्षेत्र में राजस्थान ने नए आयाम स्थापित किए हैं, जिनकी चर्चा पूरे देशभर में हो रही है। मुख्यमंत्री जन आवास योजना को भी देश में पसंद किया जा रहा है। राजस्थान को अकेले शहरी क्षेत्र में 40 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्राप्त होगा। आगामी पांच वर्षो में इस क्षेत्र में एक लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
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