बाड़मेर। जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री योजना की उड़ाई गई धज्जिया
बाड़मेर। समाज में व्याप्त दहेज प्रथा जैसी कुरीति को मिटाने के उदेश्य को ध्यान में रखकर राजस्थान सरकार की राजस्थान सामूहिक विवाह नियमन एवं अनुदान नियम 2009 के तहत सामूहिक विवाह करने वाली युवती को सरकार द्वारा दस हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है।
श्री हिंगुलाज सामूहिक विवाह संस्थान के मिडीया प्रभारी भरत हेमानी ने बताया कि संस्थान द्वारा 21 अप्रैल 2015 को स्थानीय कुशल वाटिका में 30 जोड़ों का विवाह सामूहिक रुप से सम्पन्न करवाया गया। राज्य सरकार के उक्त नियम के अनुसार संस्थान ने बाड़मेर जिला कलक्टर को अनुदान के लिए आवेदन किया जोकि आठ माह बीतने पर भी आज तक स्वीकृत नहीं किया गया है। इस तरह राज्य सरकार की बनाई गई योजनाओं की स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा धज्जियां उड़ा दी गई।
हेमानी ने बताया कि व्यक्तिगत रुप से कार्यालय में सम्पर्क करने पर सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा जवाब दिया गया कि मुख्यमंत्री को शिकायत की है तो अब अनुदान भी मुख्यमंत्री ही देंगी। जिला प्रशासन की इस उदासीनता को देखते हुए अब अन्य संस्थाए व समाज जो ऐसे आयोजन करना चाहते है वे अपनी हिम्मत नहीं जुटा पाएगें जिस उदेश्य को लेकर इस योजना को बनाया गया है उसका लाभ आम जनता को मिलना चाहिए।
बाड़मेर। समाज में व्याप्त दहेज प्रथा जैसी कुरीति को मिटाने के उदेश्य को ध्यान में रखकर राजस्थान सरकार की राजस्थान सामूहिक विवाह नियमन एवं अनुदान नियम 2009 के तहत सामूहिक विवाह करने वाली युवती को सरकार द्वारा दस हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है।
श्री हिंगुलाज सामूहिक विवाह संस्थान के मिडीया प्रभारी भरत हेमानी ने बताया कि संस्थान द्वारा 21 अप्रैल 2015 को स्थानीय कुशल वाटिका में 30 जोड़ों का विवाह सामूहिक रुप से सम्पन्न करवाया गया। राज्य सरकार के उक्त नियम के अनुसार संस्थान ने बाड़मेर जिला कलक्टर को अनुदान के लिए आवेदन किया जोकि आठ माह बीतने पर भी आज तक स्वीकृत नहीं किया गया है। इस तरह राज्य सरकार की बनाई गई योजनाओं की स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा धज्जियां उड़ा दी गई।
हेमानी ने बताया कि व्यक्तिगत रुप से कार्यालय में सम्पर्क करने पर सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा जवाब दिया गया कि मुख्यमंत्री को शिकायत की है तो अब अनुदान भी मुख्यमंत्री ही देंगी। जिला प्रशासन की इस उदासीनता को देखते हुए अब अन्य संस्थाए व समाज जो ऐसे आयोजन करना चाहते है वे अपनी हिम्मत नहीं जुटा पाएगें जिस उदेश्य को लेकर इस योजना को बनाया गया है उसका लाभ आम जनता को मिलना चाहिए।
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