शनिवार, 5 दिसंबर 2015

जैसलमेर जिला कलक्टर शर्मा ने शनिवार को सायं ’’पौलीथीन मुक्त जैसलमेर ’’के तहत मषाल जूलूस रैली का मषाल देकर किया रवाना



जैसलमेर जिला कलक्टर शर्मा ने शनिवार को सायं ’’पौलीथीन मुक्त जैसलमेर ’’के तहत

मषाल जूलूस रैली का मषाल देकर किया रवाना
सभी नगरवासियों को सपूर्ण शहर को पोलिथीन मुक्त करने का दिया संदेष

जैसलमेर 05 दिसम्बर। स्वच्छ भारत मिषन की कडी़ में जैसलमेर जिले को शत-प्रतिषत पौलीथीन मुक्त करने के संपूर्ण जिले में विषेष अभियान चलायाजा रहा हैं। जिला कलक्टर विष्वमोहन शर्मा ने शनिवार सायंकाल गड़सीसी चैराहे से मषाल जूलूस रैली को धावकों के हाथों मषाल देकर रवाना किया। मषाज जूलस रैली के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जैसलमेर नारायणसिंह चारण , आयुक्त नगरपरिषद जैसलमेर इन्द्रसिंह राठौड़, जिला खेल अधिकारी लक्ष्मणसिंह तंवर ,जिला षिक्षाधिकारी प्रतापसिंह कसवा ,सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिम्मतसिंह कविया , रोजगार व श्रम कल्याण अधिकारी भवानीप्रताप चारण के साथ अन्य विविध विभागों के अधिकारीगण व कार्मिकगण अपने हाथों में जलती हुई मषाले लिए इस रैली में सम्म्लिित हुए

जिला कलक्टर ने मषाल रैली के दौरान उपस्थित सभी धावकों को जैसलमेर शहर को शीघ्र पोलीथीन मुक्त करने के लिए शपथ दिलायी और कहा कि हम सभी के सद्प्रयासों से इस सुनहरे नगर को पौलिथील मुक्त करना हम सभी संकल्प होना चाहिए। उन्होंने नगर के सौंदर्यकरण तथा गौवंष को बचाने के लिए इस दिषा में पूर्ण पारदषर््िाता एवं संवेदनषीलता के साथ सभी को आगे आने का आह्वान किया।

उल्लेखनीय हैं कि यह रैली गड़सीसर चैराहे से रवाना होकर गुलासतला रोड़ ,आसनी रोड़ , मुख्य बाजार से होती हुई गौपा चैक ,गांधी चैक तथा हनुमान चैराहा पहुंची। इस रैली में विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं , विभिन्न खेल संधों के पदाधिकारीगण/युवा खिलाड़ियों , नर्सिंग स्टाफ , जिला परिषद के अधिकारी व कार्मिकगण , नगरपरिषद के अधिकारी व कर्मचारी, पार्षदगण तथा अन्य विभागों के अधिकारी व कार्मिक , अपने में हाथों जलली हुई मषाले लिए तख्ती लिए पौलीथिन मुक्ति नारे लगाते हुए ’’ जैसलमेर शहर को पोलीथीन मुक्त करने ’’ पोलीथीन को हटाना हैं गौवंष को बचाना के नारे लगा कर लोगों को पोलीथीन मुक्ति का संदेष दिया। इस मषाल जूलूस रैली में नगरपरिषद, जिला परिषद ,खेल विभाग की अहम् भूमिका रही।



---000--

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें