बुधवार, 16 दिसंबर 2015

'आत्मा' को आमंत्रित कर अपने साथ घर ले गए

'आत्मा' को आमंत्रित कर अपने साथ घर ले गए


डूंगरपुर वागड़ अंचल में प्रचलित मान्यताओं के तहत दस वर्ष पूर्व एक बालक की मृत्यु को लेकर उसके परिजन व ग्रामीण मंगलवार शाम उसकी 'आत्मा' को लेने पुराना बस स्टैण्ड क्षेत्र में पहुंचे। ढोल बजाकर पूजा-अर्चना कर आत्मा को आमंत्रित कर अपने साथ घर ले गए। यह नजारा देख कई लोग अचरज में पड़ गए।
जानकारी के अनुसार दस वर्ष पूर्व वीरपुर निवासी मोहन खराड़ी का सात वर्षीय पुत्र गोवर्धन टेम्पो में बैठकर पुराना बस स्टैण्ड क्षेत्र में नानाभाई पार्क के निकट पहुुचा था। यहां टेम्पो से उतरने के दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई थी तथा उसकी वहीं मृत्यु हो गई थी। मंगलवार को परिजन व ग्रामीण बालक की 'आत्माÓ लेने जीप से यहां पहुंचे। ढोल बजाने के साथ उन्होंने 'आत्मा' को आमंत्रित किया। परिवार के सदस्यों को 'भाव' भी आया।
इस दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। परिवार के सदस्य एवं ग्रामीण फूल आदि चढ़ा पूजा-अर्चना के बाद 'आत्मा' को अपने साथ घर ले गए। मृतक के पिता मोहन खराड़ी, परिवार के बुर्जुग सदस्यों तथा ग्रामीणों ने बताया कि मान्यता के तहत मृतक की 'आत्मा' को घर पर ले जाकर विधि विधान के साथ बैठाएंगे। उनका कहना था कि इससे 'आत्मा' नहीं भटकेगी तथा परिवार में भी सुख-शंाति बनी रहेगी।

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