सोमवार, 7 दिसंबर 2015

नई दिल्ली पाकिस्तान मामले में विपक्ष को विश्वास में ले सरकार : कांग्रेस



नई दिल्ली पाकिस्तान मामले में विपक्ष को विश्वास में ले सरकार : कांग्रेस


भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक के एक दिन बाद सोमवार को कांग्रेस ने जानना चाहा कि वह कौन सी बात है जिसकी वजह से सरकार को पाकिस्तान के साथ वार्ता पर संसद में पूर्व में बताई गई अपनी अवस्थिति से बुनियादी रूप से प्रस्थान करना पड़ा है।

कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने राज्यसभा में कहा कि सरकार को संसद को विश्वास में लेना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि ''उनके और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच कौन सी समझदारी विकसित हुई है।

शर्मा पेरिस में दोनों नेताओं के बीच की मुलाकात का जिक्र कर रहे थे।शर्मा ने शून्यकाल में कहा, ''प्रधानमंत्री और सरकार को सदन को उन कारणों के बारे में बताना चाहिए जिनकी वजह से पाकिस्तान के साथ संबंध पर सरकार द्वारा बीते सत्र में सदन में बताई गई अवस्थिति से बुनियादी तौर पर प्रस्थान करना पड़ गया है।

उन्होंने कहा, ''हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री सदन को विश्वास में लेंगे। शर्मा ने कहा, ''कल (रविवार को) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मिले। उनके साथ विदेश सचिव भी थे।

इसीलिए मैंने बुनियादी रूप से प्रस्थान शब्द का इस्तेमाल किया है...सरकार ने कहा था कि उफा (रूस) में तय हुआ था कि केवल आतंकवाद पर बात होगी। पाकिस्तान ने इससे इनकार किया था और एनएसए स्तर की वार्ता रद्द हो गई।कांग्रेस नेता ने कहा, ''यह तथ्य कि विदेश सचिव भी वहां थे, बता रहा है कि वार्ता का एजेंडा और दायरा बढ़ गया है।

उन्होंने मंंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पाकिस्तान जाने पर कहा कि यह संसद का अपमान है क्योंकि इस मामले में संसद को विश्वास में नहीं लिया गया।सुषमा स्वराज एक सम्मेलन में हिस्सा लेने इस्लामाबाद जा रही हैं।

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