नई दिल्ली।मंदिर के पुजारी और प्रमुख ने राहुल के दावे की निकाली हवा, बोले- किसी ने उन्हें नहीं रोका
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बारपेटा मंदिर में नहीं घुसने देने के दावों को मंदिर के पुजारी ने सिरे से खारिज कर दिया है। सारता नामघर मंदिर प्रमुख वशिष्ठ शर्मा ने कहा, 'राहुल गांधी को किसी ने मंदिर में प्रवेश करने से नहीं रोका।' वहीं मंदिर के पुजारी मोहन आटोई ने बताया- 'राहुल गांधी को आना था पर वह नहीं आए थे, हम उनके रिसीव करने के लिए इंतजार कर रहे थे लेकिन वह यहां आकर दूसरे रास्ते से निकल गए थे। बाद में राहुल जब वापस आए तो मंदिर के बाहर खड़े लोग आरएसएस कार्यकर्ता नहीं बल्कि सामान्य श्रद्धालु थे।'
मंदिर प्रमुख वशिष्ठ शर्मा ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, 'मैं कांग्रेस उपाध्यक्ष के दावों को पूरी तरह से खारिज करता हूं। मंदिर में उनके प्रवेश पर न तो कोई रोक थी और न ही किसी तरह का प्रदर्शन किया गया।' वहीं अक्षय पटवारी नाम एक सोशल वर्कर का कहना है कि बारपेटा के सारता नामघर मंदिर में कभी भी किसी को जाने से नहीं रोका गया।
राहुल गांधी का दावा
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर पिछले दिनों उन्हें असम में एक मंदिर में जाने से रोकने का आरोप लगाया। राहुल ने कहा है कि जब वे दो दिन पहले असम के दौरे पर थे तब उन्हें बरपेटा के एक मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। उन्हें रोकना के लिए आरएसएस ने मंदिर के सामने महिलाओं को खड़ा कर दिया, ताकि मैं प्रवेश नहीं कर सकूं। उन्होंने सवाल उठाया कि वे कौन होते हैं मुझे मंदिर में जाने से रोकने वाले।
पीएम के कार्यक्रम में ओमान चांडी को नहीं बुलाए जाने पर जताई नाराजगी
राहुल गांधी ने केरल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री ओमन चांडी को आमंत्रित नहीं करने पर भी नाराजगी जताई।राहुल गांधी ने कहा कि राज्य का मुख्यमंत्री वहां की जनता का प्रतिनिधित्व करता है और अगर राज्य में किसी आयोजन में प्रधानमंत्री जा रहे हों और वहां के मुख्यमंत्री को नहीं आमंत्रित किया जाता है तो यह राज्य की जनता का अपमान है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बारपेटा मंदिर में नहीं घुसने देने के दावों को मंदिर के पुजारी ने सिरे से खारिज कर दिया है। सारता नामघर मंदिर प्रमुख वशिष्ठ शर्मा ने कहा, 'राहुल गांधी को किसी ने मंदिर में प्रवेश करने से नहीं रोका।' वहीं मंदिर के पुजारी मोहन आटोई ने बताया- 'राहुल गांधी को आना था पर वह नहीं आए थे, हम उनके रिसीव करने के लिए इंतजार कर रहे थे लेकिन वह यहां आकर दूसरे रास्ते से निकल गए थे। बाद में राहुल जब वापस आए तो मंदिर के बाहर खड़े लोग आरएसएस कार्यकर्ता नहीं बल्कि सामान्य श्रद्धालु थे।'
मंदिर प्रमुख वशिष्ठ शर्मा ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, 'मैं कांग्रेस उपाध्यक्ष के दावों को पूरी तरह से खारिज करता हूं। मंदिर में उनके प्रवेश पर न तो कोई रोक थी और न ही किसी तरह का प्रदर्शन किया गया।' वहीं अक्षय पटवारी नाम एक सोशल वर्कर का कहना है कि बारपेटा के सारता नामघर मंदिर में कभी भी किसी को जाने से नहीं रोका गया।
राहुल गांधी का दावा
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर पिछले दिनों उन्हें असम में एक मंदिर में जाने से रोकने का आरोप लगाया। राहुल ने कहा है कि जब वे दो दिन पहले असम के दौरे पर थे तब उन्हें बरपेटा के एक मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। उन्हें रोकना के लिए आरएसएस ने मंदिर के सामने महिलाओं को खड़ा कर दिया, ताकि मैं प्रवेश नहीं कर सकूं। उन्होंने सवाल उठाया कि वे कौन होते हैं मुझे मंदिर में जाने से रोकने वाले।
पीएम के कार्यक्रम में ओमान चांडी को नहीं बुलाए जाने पर जताई नाराजगी
राहुल गांधी ने केरल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री ओमन चांडी को आमंत्रित नहीं करने पर भी नाराजगी जताई।राहुल गांधी ने कहा कि राज्य का मुख्यमंत्री वहां की जनता का प्रतिनिधित्व करता है और अगर राज्य में किसी आयोजन में प्रधानमंत्री जा रहे हों और वहां के मुख्यमंत्री को नहीं आमंत्रित किया जाता है तो यह राज्य की जनता का अपमान है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें