मंगलवार, 29 दिसंबर 2015

पाकिस्तानी सिम से 'नापाक' हरकत, यूं हुए खुलासे

पाकिस्तानी सिम से 'नापाक' हरकत, यूं हुए खुलासे

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) सीमा पार अपने नापाक मंसूबे पाक के सिमकार्ड से अंजाम दे रहा है। आईएसआई ने राज्य के जासूसी नेटवर्क, तस्कर और हवाला नेटवर्क को पाकिस्तानी सिमकार्ड भेजकर सम्पर्क में रहता है।

पिछले आठ माह में पुलिस और एटीएस के संयुक्त कार्रवाई में जासूस और तस्करों से पाकिस्तान के 10 सिमकार्ड मिले हैं, इससे खुफिया एजेंसियां हैरान हैं। खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आईएसआई जासूस नहीं आते हैं। वे धड़ल्ले से एक-दूसरे को सूचनाआें का आदान-प्रदान कर रहे हैं।

एेसे करते हैं जासूसी

आईएसआई सीमा से सटे क्षेत्रों में भारतीय सीमा में मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कम्पनियों के नेटवर्क का फायदा उठाते हैं। पाकिस्तानी सीमा क्षेत्र से भारतीय जासूसों से बात करने के लिए भारतीय मोबाइल कंपनियों के सिम से बात करते हैं।

पाकिस्तानी सिम

आईएसआई अपने नेटवर्क से जासूस को पाकिस्तान का सिमकार्ड और एक भारतीय सिमकार्ड का नम्बर बात करने को देता है।

इसलिए नहीं पकड़े जाते जासूस

जब एसआईएस के अधिकारी को जासूस से बात करनी होती है तो सीमा पर जहां भारत की मोबाइल सर्विस प्रोवाइड कम्पनी का नेटवर्क मिलता है, वहां भारत के सिमकार्ड पर सम्पर्क करता है। इसलिए खुफिया एजेंसियों के रडार पर नहीं आता।

हरकत में केंद्रीय खुफिया एजेंसियां

केन्द्र की खुफिया-सुरक्षा एजेंसियां भी आईएसआई के नए पैंतरे को लेकर हरकत में आ गई हैं। पाक के सिम से खुफिया एजेंसियों की नजर से जासूस और देश विरोधी गतिविधि में शामिल लोग बच रहे हैं। राजस्थान पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

सीमा पर खेतों से करते हैं बात

एेसे ही राजस्थान में सक्रिय जासूस या तस्कर भी सीमा से सटे खेतों में जाकर आईएसआई से पाकिस्तान के सिमकार्ड से बात करते हैं।

यूं हुए खुलासे

17 अप्रेल को राजस्थान एटीएस ने बाड़मेर और जैसलमेर में 45 करोड़ की हेराइन की खेप के साथ तस्कर कुंडे खां उर्फ अमीर और अर्जुन सिंह से पाकिस्तान के कई सिमकार्ड बरामद किए।

9 दिसम्बर को जोधपुर के बाप से रोला निवासी दीन मोहम्मद उर्फ दीना और मूलत: खेतूसर निवासी इलमद्दीन को जासूसी में गिरफ्तार किया। दस्तावेजों के साथ पाकिस्तानी सिमकार्ड मिला।

27 दिसम्बर को पोकरण से जासूसी में गिरफ्तार रिटायर्ड हवलदार गोवर्धन सिंह से भी कई अहम नक्शों के साथ पाकिस्तान का सिमकार्ड मिला है।

नेटवर्क रोकना मुश्किल

पाक में बैठे लोगों के पास भारत के सिमकार्ड हैं। वे भी राज्य के सीमा क्षेत्र में मौजूद नेटवर्क से भारत की सिम से बात करते हैं। भारत की मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कम्पनियों का नेटवर्क सीमा पर बंद कराया जा सकता है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से एेसा नहीं कराया जा सकता है। फिर भी सतर्कता और निगरानी सख्त की है।

यू.आर. साहू, एडीजी इंटेलिजेंस राजस्थान

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