रविवार, 20 दिसंबर 2015

इस 'हिंदु मलाला' के ओबामा भी हुए मुरीद, अमरीका तक पहुंचे चर्चे

इस 'हिंदु मलाला' के ओबामा भी हुए मुरीद, अमरीका तक पहुंचे चर्चे

अमृतसर /पाकिस्तान: पाकिस्तान के सिंध में पिछड़े हुए गांव की रहने वाली 'हिंदु मलाला' की हर कोई तारीफ करता नजर आ रहा है। इतना ही नहीं अमरीका के राष्ट्रपति भी'हिंदु मलाला' के मुरीद हो चुके हैं।



जानकारी के अनुसार सिंध राज्य के सभी जिलों से गरीब जिला उपरकोट का गांव मिनाह जी धनी एक सबसे पिछड़ा हुआ गांव है, जहां सबसे ज्यादा आबादी दलित सिंधी हिंदुओं की है।



इसी गांव की एक दलित हिंदू अपाहिज युवती आंसू कोहाली ने कर्इ मुश्किलों, बंदिशों के बावजूद ग्रेजुएशन की और अब यह लड़की इलाके के गरीब दलित बच्चों को बिना किसी फीस के पढ़ा रही है। आंसू का कहना है कि जब उसने दलित हिंदू बच्चों को पढ़ाने का फैसला लिया तो उसे मुस्लिम समुदाय के लोगों, समाज सेवीं संस्थाओं और कई अन्य ने जान से मारने की धमकियां दी लेकिन वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटी।



आंसू ने हिम्मत ना हारते हुए गरीब दलित बच्चों को पढ़ाने के लिए गांव कुनरी में बिना छत, फर्श और दीवारों के ही स्कूल शुरू कर दिया।

आखिर में उसके काम को सिंध की सरकार की तरफ से सराहा गया और उसे 'सिंध की मलाला' के खिताब से सम्मानित किया गया। इसके बाद सिंध सरकार के शिक्षा मंत्री मियां निसार अहमद खुहरों ने भी आंसू के स्कूल का दौरा कर उसे यहां दो पक्के स्कूल शुरू करवाने का आश्वासन दिया। वहीं अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी आंंसू कोहाली से मिलने की इच्छा ज़ाहिर की है।

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