मंगलवार, 22 दिसंबर 2015

समदड़ी। नेनी बाई के मायरे में उमड़ा भक्तो का सेलाब

समदड़ी। नेनी बाई के मायरे में उमड़ा भक्तो का सेलाब 


रिपोर्ट :- सुनिल दवे / समदड़ी 


समदड़ी। समदड़ी कस्बे में 5 दिनों से चल रहे ।भागवत कथा के नेनी बाई के मायरे में ग्रामीणों सहित आस पास के ग्रामीण क्षेत्रो से भी भारी संक्या में पुरुष महिलाए और बालक बालिकाओ की भक्ति रश में लीन होने के लिए सेकड़ो की संक्या में भगत पहुच कर आनंद ले रहे।हे ।कल रात्री कड़ाके की ढंड में श्री कृष्ण का जन्म हुआ जिसे देखनो को प्रागण में पैर रखने तक की जगह नही थी लोग टेंट से बहार से ही ।सर्दी में कथा का आनन्द लेते नजर आये।कथा वाशक सन्त श्री प्रेम हरी महाराज काकरिया वेरा में श्री मद भागवत कथा का प्रवशन देते हुए कहा की हिन्दू धर्म में गौ को माता का दर्जा दिया गया हे।गौ सेवा ही सबसे बड़ा धर्म हे।जिसने गौ सेवा की उसकी मोक्ष प्राप्ति होती ।।ईसी बिच कथा में आये भलारामपटेल का उदहारण देते हुए कहा की इस गो भक्त ने गौ हत्या और गौ माता को राष्टीय पशु गोषित करने हेतु राजस्थान से दिल्ही तक का सफर पैदल 15 दिन में तय क्या और दिल्ही पहुचकर 5 दिन तक भूख हड़ताल की और मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल से मुलाक़ात की और पूर्ण त्या गौ हत्या पर प्रतिबन्द साथ ही गाय को राष्टीय पशु गोषित करने की बात कई ।ऐसे गौ भगत को सत सत नमन ।इसी तरह हमे भी पहल करनी साहिये और एक जूठ होकर इस आवाज को बुलन्द करना हे।। भजनों पर जुमे भगत मद भागवत कथा में साध्वी सूरज बाईसा की मधुर मय वाणी से सभी भगत झुमने लगे नानी बाई के श्री कृष्ण का जन्म हुआ सूरज बाईसा द्वारा भजनों नन्द घर आनन्द भयो और देखो रे भाया नरसीजी तो मायरो ले जावे रे।जेसे भजनों से पूरा प्रागण गुज उठा।।।।

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