94 वर्ष की उम्र में महिला का हुआ संपूर्ण कुल्हा प्रत्यारोपन,
राजस्थान की मेडिकल हिस्ट्री का पहला मामला होने का अस्पताल का दावा।
ओम प्रकाश सोनी /बालोतरा
निकटवर्ती सिणधरी कस्बे के निजी चिकित्सालय बी लाल अस्पताल में एक 94 वर्षीया महिला का सम्पूर्ण कुल्हा प्रत्यारोपन कर उसे फिर से अपने पैरो पर खड़े होने की सौगात दी गयी है। अस्पताल का दावा है कि प्रदेश का यह पहला मामला है जिसमे 94 वर्ष की उम्र में किसी मरीज का कुल्हा प्रत्यारोपन जेसा जटिल ऑपरेशन किया गया है। अस्पताल के निदेशक बाबूलाल विश्नोई ने बताया कि दाखा गांव की 94 वर्षीया महिला मथरा देवी के गिरने से उनका कुल्हा टूट गया था,परिजनों ने जब बी लाल अस्पताल के चिकित्सको से उनके ऑपरेशन की मांग की तो पहले तो 94 वर्ष की उम्र देखते हुए यह एक बड़ी रिस्क लगी पर परिजनो के हौसले को देखते हुए ऑपरेशन कर कुल्हा बदलने का निर्णय लिया गया। अस्पताल के हड्डी जोड़ विशेषज्ञ डॉक्टर मनोज त्यागी ने जटिल ऑपरेशन कर मथरा देवी का पूरा कुल्हा बदल कर उसे फिर से चलने लायक बना दिया है। डॉक्टर त्यागी ने बताया कि इतनी अधिक उम्र की महिला का जटिल ऑपरेशन करने का उनका यह पहला अनुभव है।
मथरा देवी के गांव वाले थे ऑपरेशन के विरोध में-
94 वर्ष की उम्र में जब मथरा देवी के परिजनों ने दाखा के लोगो ने बताया कि अस्पताल के चिकित्सक जटिल ऑपरेशन करने जा रहे है तो ग्रामीणों ने अस्पताल आकर चिकित्सको से इसका विरोध जताते हुए मथरा देवी के लिए खतरा बताया था।
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