सीकर.पुलिस-छात्रों में लाठी-भाटा जंग, 14 पुलिसकर्मी घायल
कलक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन करने आए एसएफआई कार्यकर्ता व पुलिस के बीच सोमवार दोपहर जमकर लाठी-भाटा जंग हुई। इसमें 14 पुलिसकर्मियों सहित कई छात्रों के चोट आई है। स्थिति नियंत्रण में नहीं आने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद आरएसी, कोबरा व पुलिस टीमों ने जाट बोर्डिंग परिसर व किशनसिंह ढाका भवन में घुसकर एसएफआई कार्यकर्ताओं को जमकर पीटा। जहां से उपद्रवी छात्रों को बाहर निकालकर पीटा और तीन दर्जन से अधिक छात्रों को हिरासत में लिया। घटनास्थल पर अतिरिक्त एएसपी राकेश काछवाल, एसडीएम रामानंद शर्मा भी मौजूद रहे।
क्या है मामला
एसएफआई के छात्र नेता सुभाष जाखड़ पर रविवार रात्रि एबीवीपी के तीन चार कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था। जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार दोपहर लगभग तीन सौ एसएफआई के कार्यकर्ता कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे। जहां उन्होंने मुख्य द्धार पर पुलिसकर्मियों पर डंडों से हमला कर दिया। उसके बाद पुलिसकर्मियों ने भी बचाव करते हुए लाठियां भांजना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस व छात्रों बीच पथराव शुरू हो गया।
पुलिस ने तोड़े वाहन
पुलिसकर्मियों पर हमला होने के बाद पुलिसकर्मी आक्रोशित हो गए। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने जाट बोर्डिंग परिसर की गली में खड़े वाहनों के शीशे तोड़ डाले। उसके पश्चात पुलिस ने क्रेन के माध्यम से वाहनों को उठवाया।
बंद हुआ बाजार
एसएफआई कार्यकर्ताओं ने अंधाधुंध तरीके से पथराव किया। जिसके बाद पुलिस और छात्र आमने सामने होने दुकानदारों में दहशत फैल गई। दुकानदारों ने दुकानों के शटर डाउन कर बचाव किया। इस दौरान कई राहगीरों को भी चोट आई तथा एक युवक का पैर फैक्चर हो गया।
दो घंटे शहर जाम
कलक्ट्रेट रोड पर दहशत के माहौल को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कई रास्तों पर वाहनों का आवागमन बंद करवा दिया। कल्याण सर्किल व डाक बंगला सर्किल पर यातायात को एकतरफा करवाने से शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। शहर में दो घंटे जाम के हालात रहे। इस दौरान कल्याण सर्किल से एसके कॉलेज व डाक बंगला चौराहा से नवलगढ़ पुलिया व फतेहपुर रोड़ पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
यह पुलिसकर्मी हुए घायल
लाठी भाटा जंग में सीओ ग्रामीण कमलसिंह समेत 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए तथा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को हल्की चोट लगी। घायल पुलिसकर्मियों में विद्याधर, शंकरलाल, रणवीर सिंह, नत्थुसिंह, हरिराम, अलीशेर, दीनदयाल, हरदेवराम, हंसराज, सुभाष चंद, रोहिताश, जाकिर हुसैन व लक्ष्मीनारायण रहे। जिसमें गंभीर घायलवस्था में कांस्टेबल नत्थुसिंह को जयपुर रैफर कर दिया गया।
पूर्व विधायक व अधिकारियों के बीच तकरार
दोहपर दो बजे ढाका भवन के सामने पूर्व विधायक पेमाराम ने एसडीएम रामानंद शर्मा से वार्ता की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गैर जिम्मेदाराना तरीके से जाट बोर्डिंग परिसर व ढाका भवन में घुसकर छात्रों को खदेड़ा है। तथा कमरों के गेट व वाहनों के शीशे तोड़े है। जिस पर एसडीएम शर्मा के सामने सीओ सेठाराम ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने हमला नहीं किया है। पुलिस प्रशासन पर हमला बर्दास्त नहीं किया जाएगा, उसके लिए उन्हें जेल हीं क्यों नहीं जाना पड़े।
कलक्टर ने किया निरीक्षण
दोपहर साढ़े तीन बजे कलक्टर एलएन सोनी घटनास्थल पर पहुंचे। जहां पूर्व विधायक पेमाराम के साथ उन्होंने जाट बोर्डिंग व ढाका भवन की स्थिति का जायजा लिया। पूर्व विधायक ने पुलिस पर बर्बरता पूर्वक भवन की संपति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। जिस पर कलक्टर ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी।
आधा दर्जन से अधिक थानों का जाब्ता
रविवार रात्रि माहौल बिगडऩे के बाद पुलिस ने दादिया, फतेहपुर, लोसल, नैछंवा तथा पुलिस लाइन का जाब्ता तैनात कर दिया। उसके बाद सोमवार दोपहर में नीमकाथाना, पाटन व गोविन्दगढ़ समेत कई थानों से भी जाब्ता बुलाया गया।
इनका कहना है
ज्ञापन देने आए एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से मारपीट शुरू कर दी। बाद में पुलिस पर पथराव किया। पथराव में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए छात्रों पर हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस ने उपद्रवी कई छात्रों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।
राकेश काछवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीकर
यह था बीती रात का मामला
एसके कॉलेज में छात्र संगठन कार्यालय के उद्घाटन से पहले रविवार रात एवीबीपी और एसएफआई के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हो गई। संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर जमकर लात घूंसे और लाठियां बरसाईं। कॉलेज के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार के दो दरवाजे व खिड़कियों के शीशे और कॉलेज परिसर में लगे तीन सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए।
रात को तैनात दो चौकीदारों ने प्राचार्य कक्ष की गैलरी में भागकर अपनी जान बचाई। उपद्रवी युवकों ने एक चौकीदार की बाइक भी तोड़ दी। बाद में एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के सामने सड़क पर भी जमकर उत्पात मचाया। गाडिय़ों को रोककर तोडफ़ोड़ की और राहगीरों से मारपीट की।
इस दौरान एसएफआई छात्र नेता सुभाष जाखड़ का सिर फूट गया। उसे एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घटना के बाद एएसपी राकेश काछवाल, एसडीएम रामानंद शर्मा मौके पर पहुंचे। जांच में कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे वारदात के समय बंद थे। देर रात तक इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ था।
सभागार ही था पहले छात्र संगठन कार्यालय
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि एसके कॉलेज परिसर में बने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में ही पहले छात्र संगठन कार्यालय का उद्घाटन करवाया जाना था। एक दिन पहले ही सभागार के पास हॉल को उद्घाटन के लिए चयनित कर दिया गया था। सभागार को उपद्रवी युवकों ने निशाना बनाया है। सभागार के दोनों दरवाजे व दस से ज्यादा खिड़कियों के शीशें तोड़ दिए।
अस्पताल में लगी भीड़
हंगामे के बाद अस्पताल में भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। लेकिन जब तक उपद्रवी युवक वहां से भाग गए। मारपीट में घायल हुए सुभाष जाखड़ को एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। विवाद बढ़ता देख अस्पताल में आरएसी, कोबरा व फतेहपुर, दादिया सहित आसपास के पांच पुलिस थानों का जाप्ता बुलाकर तैनात कर दिया गया।
क्या है मामला
एसएफआई के छात्र नेता सुभाष जाखड़ पर रविवार रात्रि एबीवीपी के तीन चार कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था। जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार दोपहर लगभग तीन सौ एसएफआई के कार्यकर्ता कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे। जहां उन्होंने मुख्य द्धार पर पुलिसकर्मियों पर डंडों से हमला कर दिया। उसके बाद पुलिसकर्मियों ने भी बचाव करते हुए लाठियां भांजना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस व छात्रों बीच पथराव शुरू हो गया।
पुलिस ने तोड़े वाहन
पुलिसकर्मियों पर हमला होने के बाद पुलिसकर्मी आक्रोशित हो गए। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने जाट बोर्डिंग परिसर की गली में खड़े वाहनों के शीशे तोड़ डाले। उसके पश्चात पुलिस ने क्रेन के माध्यम से वाहनों को उठवाया।
बंद हुआ बाजार
एसएफआई कार्यकर्ताओं ने अंधाधुंध तरीके से पथराव किया। जिसके बाद पुलिस और छात्र आमने सामने होने दुकानदारों में दहशत फैल गई। दुकानदारों ने दुकानों के शटर डाउन कर बचाव किया। इस दौरान कई राहगीरों को भी चोट आई तथा एक युवक का पैर फैक्चर हो गया।
दो घंटे शहर जाम
कलक्ट्रेट रोड पर दहशत के माहौल को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने कई रास्तों पर वाहनों का आवागमन बंद करवा दिया। कल्याण सर्किल व डाक बंगला सर्किल पर यातायात को एकतरफा करवाने से शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। शहर में दो घंटे जाम के हालात रहे। इस दौरान कल्याण सर्किल से एसके कॉलेज व डाक बंगला चौराहा से नवलगढ़ पुलिया व फतेहपुर रोड़ पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
यह पुलिसकर्मी हुए घायल
लाठी भाटा जंग में सीओ ग्रामीण कमलसिंह समेत 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए तथा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को हल्की चोट लगी। घायल पुलिसकर्मियों में विद्याधर, शंकरलाल, रणवीर सिंह, नत्थुसिंह, हरिराम, अलीशेर, दीनदयाल, हरदेवराम, हंसराज, सुभाष चंद, रोहिताश, जाकिर हुसैन व लक्ष्मीनारायण रहे। जिसमें गंभीर घायलवस्था में कांस्टेबल नत्थुसिंह को जयपुर रैफर कर दिया गया।
पूर्व विधायक व अधिकारियों के बीच तकरार
दोहपर दो बजे ढाका भवन के सामने पूर्व विधायक पेमाराम ने एसडीएम रामानंद शर्मा से वार्ता की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गैर जिम्मेदाराना तरीके से जाट बोर्डिंग परिसर व ढाका भवन में घुसकर छात्रों को खदेड़ा है। तथा कमरों के गेट व वाहनों के शीशे तोड़े है। जिस पर एसडीएम शर्मा के सामने सीओ सेठाराम ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने हमला नहीं किया है। पुलिस प्रशासन पर हमला बर्दास्त नहीं किया जाएगा, उसके लिए उन्हें जेल हीं क्यों नहीं जाना पड़े।
कलक्टर ने किया निरीक्षण
दोपहर साढ़े तीन बजे कलक्टर एलएन सोनी घटनास्थल पर पहुंचे। जहां पूर्व विधायक पेमाराम के साथ उन्होंने जाट बोर्डिंग व ढाका भवन की स्थिति का जायजा लिया। पूर्व विधायक ने पुलिस पर बर्बरता पूर्वक भवन की संपति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। जिस पर कलक्टर ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी।
आधा दर्जन से अधिक थानों का जाब्ता
रविवार रात्रि माहौल बिगडऩे के बाद पुलिस ने दादिया, फतेहपुर, लोसल, नैछंवा तथा पुलिस लाइन का जाब्ता तैनात कर दिया। उसके बाद सोमवार दोपहर में नीमकाथाना, पाटन व गोविन्दगढ़ समेत कई थानों से भी जाब्ता बुलाया गया।
इनका कहना है
ज्ञापन देने आए एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से मारपीट शुरू कर दी। बाद में पुलिस पर पथराव किया। पथराव में 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए छात्रों पर हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस ने उपद्रवी कई छात्रों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।
राकेश काछवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीकर
यह था बीती रात का मामला
एसके कॉलेज में छात्र संगठन कार्यालय के उद्घाटन से पहले रविवार रात एवीबीपी और एसएफआई के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हो गई। संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर जमकर लात घूंसे और लाठियां बरसाईं। कॉलेज के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार के दो दरवाजे व खिड़कियों के शीशे और कॉलेज परिसर में लगे तीन सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए।
रात को तैनात दो चौकीदारों ने प्राचार्य कक्ष की गैलरी में भागकर अपनी जान बचाई। उपद्रवी युवकों ने एक चौकीदार की बाइक भी तोड़ दी। बाद में एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के सामने सड़क पर भी जमकर उत्पात मचाया। गाडिय़ों को रोककर तोडफ़ोड़ की और राहगीरों से मारपीट की।
इस दौरान एसएफआई छात्र नेता सुभाष जाखड़ का सिर फूट गया। उसे एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घटना के बाद एएसपी राकेश काछवाल, एसडीएम रामानंद शर्मा मौके पर पहुंचे। जांच में कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे वारदात के समय बंद थे। देर रात तक इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ था।
सभागार ही था पहले छात्र संगठन कार्यालय
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि एसके कॉलेज परिसर में बने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में ही पहले छात्र संगठन कार्यालय का उद्घाटन करवाया जाना था। एक दिन पहले ही सभागार के पास हॉल को उद्घाटन के लिए चयनित कर दिया गया था। सभागार को उपद्रवी युवकों ने निशाना बनाया है। सभागार के दोनों दरवाजे व दस से ज्यादा खिड़कियों के शीशें तोड़ दिए।
अस्पताल में लगी भीड़
हंगामे के बाद अस्पताल में भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। लेकिन जब तक उपद्रवी युवक वहां से भाग गए। मारपीट में घायल हुए सुभाष जाखड़ को एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। विवाद बढ़ता देख अस्पताल में आरएसी, कोबरा व फतेहपुर, दादिया सहित आसपास के पांच पुलिस थानों का जाप्ता बुलाकर तैनात कर दिया गया।
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