कुआलालंपुर।पीएम मोदी का विश्व को आह्वान, 'आतंकवाद को हराने के लिए नई रणनीति बनाएं'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद से मुकाबले के लिए नए वैश्विक संकल्प के साथ नई रणनीति बनाने पर जोर देते हुए रविवारको कहा कि किसी भी राजनीतिक विचार, धन और हथियारों से आतंकवादी संगठनों को फलने फूलने का मौका नहीं दिया जा सकता है।
मोदी ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर एकजुट होने, परस्पर साइबर एवं समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी बल दिया और दक्षिण चीन सागर में पुराने रुख को दोहराते हुए भारत एवं बंगलादेश की समुद्री सीमा के विवाद को सुलझाने का सुझाव दिया।
मोदी ने यहां 10वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन की शुरूआत आतंकवाद के मुद्दे से की। उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र में आतंकवाद को एक दूर दराज की समस्या के रूप में देखा करते थे।मोदी ने यहां 10वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन की शुरूआत आतंकवाद के मुद्दे से की। उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र में आतंकवाद को एक दूर दराज की समस्या के रूप में देखा करते थे।
लेकिन पेरिस, अंकारा, बेरुत और माली में बर्बर आतंकवादी हमलों और मिस्र में रूसी विमान को मार गिराना, हमें याद दिलाता है कि इस बुराई की काली छाया हमारे समाज पर और पूरी दुनिया पर पड़ रही है। वे सब जगह से लोगों को भर्ती कर रहे हैं और सभी जगह हमले के निशाने भी तय कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें आतंकवाद से लडऩे के लिए नए वैश्विक संकल्प और नयी रणनीतियां बनानी होगीं तथा किसी भी राजनीतिक विचार से उसे संतुलित करने का प्रयास छोडऩा होगा। किसी भी देश को आतंकवाद का इस्तेमाल या समर्थन नहीं करना चाहिए। आतंकवादी संगठनों के बीच कोई फर्क नहीं हो सकता। उनकी कोई पनाहगाह नहीं हो सकती। उन्हें कहीं से भी धन ना मिल पाए और ना ही कहीं से हथियारों की आपूर्ति। उन्होंने कहा कि हमें इसके साथ अपने समाज के अंदर और युवाओं के साथ भी काम करना होगा।
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