सोमवार, 16 नवंबर 2015

जैसलमेंर वन विभाग द्धारा स्ंवय सहायता समूह के हस्तषिल्प उत्पादों की लगाई प्रदर्षनी



जैसलमेंर वन विभाग द्धारा स्ंवय सहायता समूह के हस्तषिल्प उत्पादों की लगाई प्रदर्षनी
जैसलमेंर विधायक भाटी एवं जिला कलक्टर षर्मा ने फीता काटकर किया प्रर्दषनी का उद्घाटन

जैसलमेर, 16 नवम्बर/जायका के सहयोंग से राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता परियोजना-फेस 2 के अन्तर्गत वन विभाग नहर परियोजना स्टेज सैकण्ड द्धारा सोमवार को सोनार गु्रप के अखे प्रोल में स्वंय सहायता समूह के हस्त षिल्प उत्पादों की प्रदर्षनी लगाई गई। जैसलमेंर विधायक छोटू सिंह भाटी, जिला कलक्टर विष्व मोहन षर्मा ने फीता काटकर इस प्रदर्षनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. राजीव पचार, उपवन संरक्षक इगानप श्रीमती सुदीप कौर षर्मा, उप वन संरक्षक जैसलमेंर डाॅ ख्याति माथुर, उप वन सरंक्षक राष्ट्रीय मरू उद्यान अनुप के.आर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायण सिंह चारण, आयुक्त इन्द्र सिंह राठौड, जैसलमेंर समिति के सचिव चन्द्रप्रकाष व्यास उपस्थित थें।

जैसलमेंर विधायक भाटी एवं जिला कलक्टर षर्मा के साथ ही अन्य अतिथियों नें स्वंय सहायता समूह के दौरान तैयार कियें गए उत्पाद राली/गुदडी को बारीकी से देखा एवं पहली बार वन विभाग द्धारा स्वंय सहायता समूह के माध्यम से तैयार किए गए इस हस्तषिल्प उत्पाद की सराहना की एवं कहा कि इससे स्वंय सहायता समूह को रोजगार मिलेंगा एवं विषेष रूप से इस काम में लगी हुई महिलाओं को नियमित आय भी इन उत्पादों के विक्रय से होगी। उन्होंने इस प्रयासों के लिए उपवन संरक्षक श्रीमती ष्षर्मा की तारीफ की एवं इसको आगे अधिक समूहों के माध्यम से कराने की बात कही।

उपवन सरंक्षक श्रीमती षर्मा ने बताया कि जायका के सहयोग से वन सुरक्षा एवं प्रबन्धन समिति पारू भील की ढाणी ग्राम पंचायत सम, हकीम की ढाणी ग्राम पंचायत बाँधा में स्वंय सहायता समूह रामदेव एवं सरीफा तथा कमाली लाखों की ढाणी की महिला सदस्यों द्धारा कपडे के टूकडों को जोडकर उसकों सुन्दर रूप देकर इस प्रकार की राली तैयार की जा रही हैं। इन उत्पादों को विवाह उत्सवों में भेंट की जाती है वही इसकों घरों में मेहमानों के बैठनें के लिए भी उपयोंग की जाती है। उन्होंने बताया कि राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता परियोजना के अन्तर्गत पैकेज सं. 5 के तहत आजीविका हस्तषिल्प कंपोनेंट में 50 हजार रूपयें रिवोलविंग फंड ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबन्धन समितियों कें स्वंय सहायता समूहों को उपलब्ध कराया जाता है।

प्रदर्षनी उदगाटन के दौरान सहायक वन संरक्षक बी.एल.यादव नाथाराम चैधरी, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुभाष चन्द्र, महेन्द्र जोषी, मानव प्रगति संस्थान के प्रदीप पूणिया, आईलव जैसलमेंर के मुकेष गज्जा के साथ ही वन विभाग के कर्मचारी उपस्थित थें। इस प्रदर्षनी में लगभग 30 हजार रूपयें के उत्पादों की बिक्री हुई है। इस प्रदर्षनी कों यहाॅ लगानें का मुख्य उद्देष्य इन उत्पादों को बाजार प्रदान करना है।

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