Good News : विधायक कोटे से लगेंगे शहर-कस्बों में सीसीटीवी कैमरे
गाइडलाइन में बदलाव का असर सामने भी आया है और लूणकरणसर, गंगापुर सिटी व सीकर विधायक ने सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया। कई और विधायक भी ऐसे प्रस्ताव के लिए आगे आए हैं। विधायकों का मत है कि सुरक्षा के लिए निगरानी एवं क्राइम कंट्रोल में पैसा खर्च होता है तो यह भी जनहित का ही काम है। उन्हें फंड से पैसा देने पर कोई एतराज नहीं है। प्रदेश में 200 विधायक हैं।
200 शहर, कस्बे या गांव सीसीटीवी कैमरों से लैस हो जाएंगे
प्रत्येक विधायक को पांच साल के कार्यकाल में 10 करोड़ रुपए का फंड मिलता है। यानी इस लिहाज से वे 2000 करोड़ तक के काम करवा सकते हैं अपने क्षेत्र में। मतलब साफ है कि एक कार्यकाल में 200 शहर, कस्बे या गांव सीसीटीवी कैमरों से लैस हो जाएंगे। गृह मंत्री ने कहा कि विधायकों की यह एक सार्थक पहल है और विधायकों को भी वे इसके लिए सुझाव देंगे।
सरकार ने दी एमएलए को विशेष छूट
विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना में अब सीसीटीवी कैमरे लगाने के कार्य को शामिल किया गया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अनुसार पुलिस/ राजकीय विभागों में बेहतर प्रशासनिक नियंत्रण एवं अपराध कंट्रोल के दृष्टिकोण से सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए एक मुश्त राशि का प्रस्ताव विधायक फंड से किया जा सकता है। हालांकि, संचालन एवं रखरखाव का खर्च संबंधित विभाग वहन करेगा।
यह विधायक आए, सीसीटीवी कैमरे लगाने
- लूणकरणसर विधायक मानिक चंद सुराना ने कहा, विधायक कोटे से लूणकरणसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का सुझाव एसपी ने दिया था। इस पर मैंने 10 लाख रुपए का प्रस्ताव दिया है। जुर्म रोकने में मदद मिलती है तो यह भी जनहित का काम ही है।
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