बुधवार, 21 अक्तूबर 2015

मोदी पर शिवसेना का पोस्टर- जो ढोंग कर रहे हैं, वे कभी ठाकरे के सामने सिर झुकाते थे

मोदी पर शिवसेना का पोस्टर- जो ढोंग कर रहे हैं, वे कभी ठाकरे के सामने सिर झुकाते थे


मुंबई. पाकिस्तान का विरोध कर रही शिवसेना ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। बुधवार को शिवसेना भवन के सामने एक पोस्टर लगाया गया। इसमें मोदी पर जमकर हमला बोला गया। नरेंद्र मोदी को ढोंगी करार दिया गया। पोस्टर में लिखा गया, '' जो अब गर्व से सिर उठा रहे हैं वो कभी बाला साहेब के चरणों में सिर झुकाते थे।'' पोस्टर में नजर आ रही फोटो मोदी और बाला साहेब ठाकरे की मुलाकात के दौरान की है।
पोस्टर में शिवसेना ने मोदी ही नहीं अन्य बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा है।
शिवसेना के मोदी विरोध के क्या हो सकते हैं कारण ?

1. जेटली का बयान : पिछले दिनों शिवसेना ने पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली, पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ शहरयार खान का विरोध किया। इस विरोध के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कड़ा बयान दिया। जेटली ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी विरोध कर सकता है लेकिन गुंडागर्दी नहीं चलेगी। इसी बयान से अब शिवसेना नाराज बताई जा रही है।

2. महाराष्ट्र में चाहिए मेन स्ट्रीम : यह भी बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में सत्ता के मेन स्ट्रीम में नहीं आ पाने से शिवसेना लगातार परेशान है। वह सरकार में जरूर है, लेकिन कुछ बड़े शहरों की नगर निगम में उसका अब पहले जैसा दबदबा नहीं है।




3. मंत्रियों को चाहिए ज्यादा अधिकार : महाराष्ट्र में शिवसेना अपने मंत्रियों को अधिकार न दिए जाने से नाराज है। शिवसेना ने खुद ऐसे बयान दिए हैं। वह अपने कोटे से बने राज्यमंत्रियों के लिए ज्यादा अधिकार चाहती है।

पिछले दिनों शिवसेना ने कैसे चलाया विरोध अभियान?

> शिवसेना पाकिस्तान के साथ क्रिकेट रिश्ते दोबारा बहाल किए जाने का विरोध कर रही है। शिवसेना के विरोध के चलते अंपायर अलीम डार को साउथ अफ्रीका के चल रही वनडे सीरीज से भी हटा दिया गया।

> पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुंबई में बीसीसीआई दफ्तर में हंगामा किया था। यहां पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ शहरयार खान और बीसीसीआई के प्रेसिडेंट शशांक मनोहर के बीच मीटिंग होने वाली थी।

> पिछले दिनों शिवसेना ने पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के मुंबई और पुणे में होने वाले शो का विरोध किया था। इसके बाद उनके शो कैंसल कर दिए गए थे।

> पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद मेहमूद कसूरी के बुक लॉन्चिंग इवेंट का भी शिवसेना ने विरोध किया था। इस इवेंट के ऑर्गनाइजर सुधींद्र कुलकर्णी पर कालिख पोती गई थी। कुलकर्णी भाजपा नेता रहे हैं। वे अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण अाडवाणी के स्पीच राइटर रहे हैं।

> शिवसेना के निशाने पर अब पाकिस्तानी एक्टर्स फवाद खान और माहिरा खान हैं। शिवसेना ने कहा है कि वो इन एक्टर्स को महाराष्ट्र में अपनी आने वाली फिल्मों का प्रमोशन नहीं करने देगी। (पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

किसने क्या कहा?

> कांग्रेस स्पोक्सपर्सन प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ''महाराष्ट्र में सरकार नहीं चल पा रही है। शिवसेना और बीजेपी सरकार नहीं चला पा रही है। अपनी नाकामी को छिपाने की कोशिश कर रही हैं दोनों पार्टियां। दोनों पार्टियों के बीच नूरा कुश्ती हो रही है।''

> शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, '' अगर मलाला हिंदुस्तान में आती है तो शिवसेना भी उसका स्वागत करेगी। मलाला एक बच्ची है जिसने पाकिस्तान में बैठ कर टेरेरिज्म के खिलाफ गोली झेली है। आज भी उसका संघर्ष जारी है। हमें सामाजिक न्याय की बात समझाने वाले बल्लभगढ़ में दलितों को जलाए जाने पर क्या बोलेंगे? अब मैं बीजेपी के केंद्रीय नेताओं के बयान का इंतजार कर रहा हूं।'' हालांकि, उन्होंने मोदी के खिलाफ मुंबई में पोस्टर लगाए जाने पर कुछ नहीं कहा।

जेटली ने क्या कहा था ?

>जेटली ने देश में बढ़ती असहनशीलता की घटनाओं पर कहा था, “लोकतंत्र में कोई भी विरोध कर सकता है लेकिन गुंडागर्दी नहीं चलेगी। सही सोच रखने वाले लोगों को ऐसी हरकतों से दूरी बनाए रखनी होगी। मुझे इस बात से कोई परेशानी नहीं है कि कोई किसी बात का विरोध करे। लोकतंत्र में सभी को विरोध और सवाल करने का हक है लेकिन इसका तरीका सभ्य होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि प्रचार पाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाने से बचना चाहिए।




> जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हर मुद्दे पर अपनी राय साफ की है। उन्होंने सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वालों की आलोचना की है। साथ ही अलग-अलग समुदायों के बीच रिश्तों को मजबूत करने की भी अपील की है। सभी को संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाजी करने से बचना चाहिए।

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