कानोड़ में रामलीला शुरू : पहले दिन हुआ ताड़का वध और अहिलिया का उद्धार
जगदीश सैन पनावड़ा
बायतू/गिड़ा । क्षैत्र के कानोड़ कस्बे में दस दिवसीय रामलीला का मंचन मंगलवार रात्रि भगवान राम के मुकुट की आरती के साथ हुआ । दस दिन चलने वाली इस रामलीला की प्रतिदिन शाम आठ बजे शुरुआत होगी जो रात ग्यारह बजे तक चलेगी । इस दौरान भगवान राम के जीवन चरित्र पर जीवन्त कला का कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किया जायेगा । पहले दिन भगवान राम की जन्म लीला और विश्वा मित्र के यज्ञ में खलल डालने वाले राक्षसों का वध किया गया स्वामी विश्वामित्र द्वारा अयोध्या के राजा दशरथ के दोनों पुत्रों राम और लक्ष्मण को अपने साथ लेकर ताड़का का वध करवाया गया । इसके बाद जनकपुरी में राजा जनक के यहाँ सीता के होने वाले स्वंवर में राजा जनक के बुलावे पर स्वामी विश्वामित्र राम और लक्ष्मण को साथ लेकर जनकपुरी प्रस्थान करने लगे इस दौरान रास्ते में गौतम ऋषि की पत्नी अहिलिया जो अपने पति गौतम ऋषि के श्राफ से पत्थर की सिला बनी हुई थी उसका भगवान राम ने उद्धार किया रास्ते में ही अपने पुर्वजो के भागीरथ द्वारा धरती पर लाई गई गंगा के दर्शन किए और गंगा घाट पर पंडितो से अपने पूर्वजो के बारे में जानकारी ली इसके बाद भगवान राम लक्ष्मण और स्वामी विश्वामित्र जनकपुरी के लिए निकल पड़े । रामलीला मंचन के बिच बिच में हास्य कार्यक्रम भी हुआ जिससे लोगो को खूब हँसी गुदगदी हुई । इस कार्यक्रम में कानोड़ गांव के आसपास के लोग नन्हे मुन्हे बच्चे महिलाये भारी संख्या में पहुंचे ।
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