फिनलैंड तकनीक से होगी बाड़मेर की सफाई व्यवस्था
-पुष्कर मंे शुरूआत के बाद बाड़मेर शहर के एक वार्ड मंे प्रायोगिक तौर पर फिनलैंड तकनीक आधारित कचरा पात्र लगाए जाएंगे। इसको लेकर जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया गया। बाड़मेर को कचरा मुक्त शहर बनाने की दिशा मंे जिला प्रशासन ने सराहनीय पहल की है।
बाड़मेर, 27 अक्टूबर। बाड़मेर शहर मंे कचरे के सुनियोजित निस्तारण के लिए फिनलैंड तकनीक आधारित विशेष प्रकार के कचरा पात्र लगाए जाएंगे। प्रायोगिक तौर पर एक वार्ड से इसकी शुरूआत होगी। फिनलैंड की इस तकनीक मंे कचरे के निस्तारण के साथ अपशिष्टांे का विभिन्न प्रकार से उपयोग भी किया जा सकेगा। इसको लेकर जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा, नगर परिषद अध्यक्ष लूणकरण बोथरा एवं विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियांे के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया गया।
जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस मंे जागृति संस्थान के प्रतिनिधि अनिल त्रिपाठी ने प्रस्तुति देते हुए बताया कि फिनलेंड तकनीक ऐसी व्यवस्था है जिसमंे प्लास्टिक पर बिना प्रतिबंध लगाए उसका उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए फिनलैंड निर्मित अद्र्व भूमिगत कचरा पात्र लगाए जाएंगे। यह कचरा पात्र दस फीट गहरे गडडे मंे स्थापित किए जाते हैं। इसका चालीस फीसदी हिस्सा जमीन से बाहर से साठ फीसदी हिस्सा भूमिगत रहेगा। इस कचरा पात्र मंे 2 से 3 टन कचरा एकत्रित किया जा सकता है। इसमंे कचरा पोलिथिन के बैग मंे एकत्रित होता है, जिसको जेसीबी की मदद से ट्रक अथवा ट्रेक्टर मंे खाली करने के बाद निस्तारित किया जा सकता है। यह कचरा पात्र बीस वर्ष तक इस्तेमाल किया जा सकेगा। एक कचरा पात्र की कीमत 77400 रूपए है। इस दौरान त्रिपाठी ने बताया कि कचरे के अपशिष्टांे का विभिन्न प्रकार से उपयोग करने के लिए कई कंपनियां भी सहमत है। बैठक के दौरान नगर परिषद अध्यक्ष लूणकरण बोथरा, नगरपालिका आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई ने सफाई व्यवस्था को लेकर सुझाव दिए। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता ललित कीरी ने शहर में सफाई व्यवस्था संबंधित सुझाव देते हुए कचरे के समुचित निस्तारण के साथ व्यवसायिक विकल्प तलाशने की जरूरत जताई। प्रस्तुतिकरण के समय जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस.के.बिष्ट समेत कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
अलग-अलग पोलिथिन बैग मंे एकत्रित होगा कचराः फिनलैंड आधारित इस तकनीक के तहत आमजन को अलग-अलग प्रकार के पोलिथिन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमंे अलग-अलग प्रकार का कचरा एकत्रित करने के बाद कचरा पात्र मंे डाला जाएगा।
पुष्कर बनेगा प्रथम कचरा मुक्त नगरः पुष्कर शहर मंे फिनलैंड तकनीक आधारित कचरा पात्र लगाए गए है। जागृति संस्थान के प्रतिनिधि अनिल त्रिपाठी ने बताया कि 31 दिसंबर 2015 तक पुष्कर शहर को कचरा मुक्त नगर बनाया जाएगा। इसके बाद वे देश भर के लोगांे को पुष्कर आमंत्रित करके वास्तविक स्थिति से रूबरू कराया जाएगा।
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