शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2015

बाड़मेर,ग्रामीण कार्य निर्देशिका की पालना सुनिश्चित करेंः नेहरा



बाड़मेर,ग्रामीण कार्य निर्देशिका की पालना सुनिश्चित करेंः नेहरा
-ग्रामीण कार्य निर्देशिका 2015 के क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय कार्यशाला मंे विविध पहलूआंे से अवगत कराया।

बाड़मेर, 16 अक्टूबर। विकास कार्य करवाते समय ग्रामीण कार्य निर्देशिका 2015 की पालना सुनिश्चित की जाए। ताकि कार्याें की गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार की तकनीकी समस्या का सामना नहीं करना पड़े। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने शुक्रवार को भगवान महावीर टाउन हाल मंे ग्रामीण कार्य निर्देशिका 2015 के क्रियान्वयन के संबंध मंे आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान यह बात कही।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि संबंधित अधिकारी एवं कार्मिक ग्रामीण कार्य निर्देशिका संबंधित प्रशिक्षण गहनता से लें। प्रशिक्षण से दक्षता एवं कौशल का विकास होता है। उन्हांेने ग्रामीण कार्य निर्देशिका के विविध पहलूआंे एवं तकनीकी बिन्दूआंे को बारीकी से समझने की जरूरत जताते हुए कहा कि निर्देशिका की पालना करने से विकास कार्याें को क्रियान्वित करने मंे सहुलियत होगी। इस दौरान अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने ग्रामीण कार्य निर्देशिका के सामान्य प्रावधानांे, कार्य संपादन से पूर्व एवं बाद की प्रक्रिया तथा अन्य प्रावधानांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि पारदर्शिता एवं निर्माण कार्याें मंे एकरूपता के लिए ग्रामीण कार्य निर्देशिका जारी की गई है। इस दौरान अधीक्षण अभियंता जलग्रहण हीरालाल अहीर ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन के जरिए ग्रामीण कार्य निर्देशिका के विविध पहलूआंे से अवगत कराया। उन्हांेने कार्याें की प्रशासनिक, तकनीकी एवं वित्तीय स्वीकृतियां जारी करने के बारे मंे जानकारी दी। अधिशाषी अभियंता बाबूलाल सेठिया, एस.पी.माथुर ने बताया कि प्रत्येक कार्यकारी संस्था को ग्रामीण कार्य निर्देशिका के प्रावधानांे की अनिवार्य रूप से पालना करनी होगी। व्यक्तिगत लाभ के कार्याें का निर्माण कार्य स्वयं लाभार्थी द्वारा इस निर्देशिका मंे निर्धारित मापदंडांे एवं व्यवस्था के अनुसार संपादित कराया जाएगा। वरिष्ठ लेखाधिकारी मंगलाराम विश्नोई ने लेखा से जुड़े विविध पहलूआंे, कार्य संपादन के दौरान होने वाली अनियमितताआंे एवं उसके लिए जिम्मेदार कार्मिकांे के खिलाफ होने वाली कार्यवाही तथा पर्यवेक्षण उदासीनता के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। एक दिवसीय कार्यशाला मंे विभागीय योजनाओं के संदर्भ में ग्रामीण कार्य निर्देशिका का महत्व, निर्देशिका के प्रावधान, निर्देशिका अनुसार वार्षिक कार्ययोजना, निर्देशिका के प्रावधानों का प्रस्तुतीकरण, कार्य सम्पादन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में विकास अधिकारी, सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ अभियन्ता, कनिष्ठ तकनीकी सहायक, लेखाकार एवं लेखा सहायकों ने भाग लिया।

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