सिरोही सिरोही में जंगली मुर्गे को बनाया जिला पक्षी
राज्यसरकार ने वन्यजीवों को बचाने और संरक्षित करने के लिए जिलेवार पशु या पक्षी घोषित किए है। इसके तहत जंगली मुर्गे को सिरोही जिले का जिला पक्षी घोषित किया गया है। इसी साल बुद्ध पूर्णिमा पर हुई वन्यजीव गणना में जिले में जंगली मुर्गे की संख्या 12 है, जबकि पिछले साल यह शून्य थीं। वन्यजीवों का संरक्षण करना आज सबसे बड़ी चुनौती है। इस चुनौती से पार पाने के लिए हर जिले के लोगों को वन्यजीवों से भावनात्मक तौर पर जोड़ने की नई पहल की जा रही है। हर जिले को एक वन्यजीव के नाम पर एक अलग पहचान मिलेगी। प्रत्येक जिले के लोगों को अपने जिले के वन्यजीव को बचाने की दिशा में काम करना होगा। सरकारी कागजों पर भी उस वन्यजीव को लोगो के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे उस वन्यजीव का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार हो सकें। शनिवार को सीएमओ में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में आयोजित राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में वन विभाग के इस नए प्रस्ताव की मंजूरी मिल गई है।
राजस्थानदेश का पहला राज्य : राजस्थानऐसा पहला राज्य होगा, जिसने वन्यजीवों के अनुसार जिलों का मस्कट तय किया गया है। यह अपने आप में एक नया प्रयोग है। अभी तक प्रदेश स्तर पर राज्य पशु या पक्षी के नाम तय किए जाते थे। उसे संरक्षण करने की दिशा में सरकारें काम करती थी। नए प्रयोग से सीधे तौर पर प्रदेश की 33 प्रजातियों को संरक्षित करने में मदद मिलेगी। ऐसी सरकार की सोच है।
राजस्थानदेश का पहला राज्य : राजस्थानऐसा पहला राज्य होगा, जिसने वन्यजीवों के अनुसार जिलों का मस्कट तय किया गया है। यह अपने आप में एक नया प्रयोग है। अभी तक प्रदेश स्तर पर राज्य पशु या पक्षी के नाम तय किए जाते थे। उसे संरक्षण करने की दिशा में सरकारें काम करती थी। नए प्रयोग से सीधे तौर पर प्रदेश की 33 प्रजातियों को संरक्षित करने में मदद मिलेगी। ऐसी सरकार की सोच है।
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